उत्तर प्रदेश में आईएएस अधिकारियों की वार्षिक पदोन्नति प्रक्रिया इस वर्ष भी तय समय पर पूरी कर ली गई है। मुख्य सचिव एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक में 2001 बैच के चार वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख सचिव बनाने की अनुशंसा की गई है। यह आदेश आगामी 1 जनवरी से प्रभावी माना जाएगा।

बैठक में जिन अधिकारियों के नाम प्रमुख सचिव के लिए स्वीकृत किए गए, उनमें देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील, नगर विकास विभाग के सचिव अजय कुमार शुक्ला, चिकित्सा शिक्षा विभाग की सचिव अपर्णा यू. और राजस्व बोर्ड के सदस्य एसवीएस रंगाराव शामिल हैं। नियमों के अनुसार, 25 वर्ष की निष्कलंक सेवा पूरी करने वाले आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव पद पर पदोन्नति दी जाती है।

इसी क्रम में, 2010 बैच के 20 अधिकारियों को विशेष सचिव से सचिव पद पर पदोन्नत करने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इस बैच की दुर्गा शक्ति नागपाल वर्तमान में लखीमपुर की जिलाधिकारी हैं, जबकि अधिकांश अन्य अधिकारी विशेष सचिव स्तर पर कार्यरत हैं या सचिव स्तर के पदों का प्रभार संभाल रहे हैं।

इसके अलावा, डीपीसी में 2013 बैच के अधिकारियों को सलेक्शन ग्रेड और 2017 बैच के अधिकारियों को एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड पे दिए जाने के प्रस्तावों पर भी विचार किया गया। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग जल्द ही पदोन्नति संबंधी आदेश जारी करेगा, जो नए वर्ष के पहले दिन से लागू हो जाएंगे।