शाहजहांपुर। बरेली मोड़ से बंथरा जा रही रोडवेज बस में यात्रियों की देखभाल और ईमानदारी का उदाहरण सामने आया है। तिलहर के पिगरा-पिंगरी गांव निवासी आरती शर्मा का चार लाख रुपये मूल्य का गहनों से भरा बैग बस में रह गया था, जिसे महिला परिचालक नीतू देवी ने समय रहते सुरक्षित आरती को लौटाया।
20 अक्टूबर को आरती शर्मा अपने परिवार के साथ बरेली मोड़ से बंथरा के लिए बस में सवार हुई थी। गांव पहुंचते ही परिवार सहित उतर गई, लेकिन उनके बैग में रखे गहने वहीं छूट गए। बैग उसी सीट पर बैठे एक युवक को मिला, जिसने इसे महिला परिचालक नीतू देवी के सुपुर्द कर दिया।
नीतू देवी ने शाम को बस लेकर बैग को डिपो पहुँचाया और इसकी पूरी जानकारी एआरएम अरुण कुमार को दी। अधिकारियों की उपस्थिति में बैग खोला गया, जिसमें गहनों के अलावा आरती का आधार कार्ड भी मिला। नीतू ने आधार कार्ड को रजिस्ट्री के माध्यम से महिला के पते पर भेजा और उस पर अपना नंबर भी लिखा।
डिपो प्रभारी सुशील त्रिवेदी ने बताया कि रजिस्ट्री मिलने के बाद आरती ने नीतू से फोन पर संपर्क किया। रविवार को रोडवेज बस अड्डे पर अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी में आरती, उनके पति अभिताश शर्मा, सास और भाई के समक्ष गहनों से भरा बैग लौटाया गया। गुम हुए जेवर वापस मिलने पर आरती और उनके परिवार ने राहत की सांस ली और नीतू की ईमानदारी की प्रशंसा की।