आगरा/मुरैना: मुरैना के मुड़ियाखेड़ा में 15 अक्टूबर को डेयरी दुकानदार नवल किशोर गुप्ता के घर हुई 20 लाख रुपये की डकैती का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस वारदात में दुकानदार की पत्नी और बेटी को बंधक बनाया गया था।
पुलिस के अनुसार, डकैती का मास्टरमाइंड शमसाबाद का जीतू राठौर था, जिसने गुजरात के सूरत में काम कर रहे अपने दोस्त विजय वासी राजाखेड़ा (राजस्थान) के साथ योजना बनाई थी। आगरा निवासी अजय ने मुरैना में डेयरी दुकानदार का घर चिन्हित किया और बताया कि यहां मोटा माल मिलेगा। इसके बाद 10 बदमाशों की टीम बनाई गई, जिसमें सात ने ही वारदात को अंजाम दिया। घटना में स्थानीय कोई बदमाश शामिल नहीं था।
एसपी समीर सौरभ ने बताया कि अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें राहुल (आगरा), अजय सविता (उदयपुर खालसा, बासौनी, आगरा), विजय ठाकुर (राजाखेड़ा), वीरेश (शमसाबाद), करन (आगरा), रमाकांश (शमसाबाद) और श्रीभगवान (राजाखेड़ा) शामिल हैं। जबकि मास्टरमाइंड जीतू राठौर, धीरज उर्फ देवा ठाकुर (शमसाबाद) और सतेंद्र बघेल (लहारपट्टी, शमसाबाद) अब भी फरार हैं।
गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने पांच तोला सोने के जेवरात, 750 ग्राम चांदी के आभूषण, 4,53,750 रुपये, दो कट्टे, चार कारतूस, वारदात में प्रयुक्त कार और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस ने बताया कि 10 बदमाशों में से चार ही एक-दूसरे के पुराने परिचित थे। इनके खिलाफ पहले भी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अपराध दर्ज हैं। ये फरीदाबाद की एक बैंक में डकैती की घटना में भी शामिल रहे। इनके अपराध मुख्यतः शमसाबाद और राजाखेड़ा क्षेत्र में हुए हैं।
200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को वारदात में प्रयुक्त कार की पहचान हुई। कार के आगे के डेंट और दरवाजों के नीचे लगी पीली पट्टी से इसे चिन्हित किया गया। कार मालिक आगरा के ओमनगर निवासी अशोक दिवाकर से पूछताछ में पता चला कि यह कार टैक्सी पर चलती है और राहुल यादव इसे चलाता है। इसके बाद पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार किया और फिर सात आरोपियों तक आसानी से पहुंच गई।