मुज़फ्फरनगर। कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र ज़िले के प्रशासनिक और विभागीय अधिकारी व्यवस्थाओं में व्यस्त हैं, इसी बीच अन्य जिलों से आई कृषि विभाग की टीमों ने जिले में अचानक छापेमारी अभियान चलाया। दो दर्जन से अधिक उर्वरक व कीटनाशक विक्रेताओं और इकाइयों पर कार्रवाई की गई। विशेष बात यह रही कि इस छापेमारी की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को पहले नहीं दी गई, और टीम के लौटने के बाद ही उन्हें इसकी सूचना मिली।
फरीदाबाद और सहारनपुर मंडलों से आई टीमों ने यह जांच अभियान चलाया। सहारनपुर मंडल से उप कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) यतेंद्र सिंह और फरीदाबाद से जिला कृषि रक्षा अधिकारी अखिलेश माथुर के नेतृत्व में यह कार्यवाही की गई। दो दिन बाद लखनऊ निदेशालय से पांच सैंपल जांच के लिए भेजे जाने की सूचना मिलने पर ज़िला प्रशासन को छापेमारी की जानकारी हुई।
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि जिले में पहले भी नकली उर्वरकों व कीटनाशकों की आपूर्ति के मामले सामने आ चुके हैं, ऐसे में यह कार्रवाई ज़रूरी थी, लेकिन बेहतर समन्वय भी आवश्यक है।
ज़िला कृषि अधिकारी राहुल सिंह तेवतिया ने बताया कि कांवड़ ड्यूटी के चलते विभागीय गतिविधियाँ सीमित हो गई हैं और अन्य जिलों के अधिकारियों से कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। मामले की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों से संपर्क किया गया है।