रामलला के भव्य मंदिर में आस्था के साथ-साथ देश-विदेश से भी श्रद्धालु लगातार दान कर रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, अब तक विदेशी नागरिकों और विदेशों में बसे भारतीयों द्वारा कुल 12.50 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ है।

ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर में लगभग 20 स्थानों पर दानपात्र स्थापित हैं। दिसंबर 2023 से दिसंबर 2025 तक विदेशी श्रद्धालुओं की ओर से करीब साढ़े 12 करोड़ रुपये अर्पित किए गए। वहीं, अप्रैल 2023 से फरवरी 2025 तक रामलला को 10.43 करोड़ रुपये का विदेशी दान मिला। इस साल कुंभ मेले के दौरान जनवरी से मार्च तक भक्तों ने 57 लाख रुपये का दान दिया।

डॉ. मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर में स्थित दान काउंटर पर केवल भारतीय मुद्रा में ही दान स्वीकार किया जाता है। यह व्यवस्था लंबे समय से लागू है।

दानपात्र में विदेशी मुद्रा भी मिल रही
दानपात्रों में विदेशी मुद्रा भी जमा हो रही है। बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय राम मंदिर दर्शन के दौरान दान करते हैं। ट्रस्ट इन विदेशी नोटों की गिनती कराकर उन्हें भारतीय रुपये में बदलता है। हाल ही में की गई गिनती में अमेरिकी डॉलर, नेपाली रुपये, भूटानी रूपया और ब्रिटिश पाउंड जैसी मुद्राएं मिली हैं।

इस तरह, राम मंदिर निर्माण और सेवा कार्यों में देश-विदेश से आने वाले दान ने भक्तों की आस्था और उदारता का परिचय दिया है।