रामपुर। यह वाकया किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। एक बेटा जो अपने पिता की एक झलक पाने के लिए 21 साल से इंतजार कर था, उसकी मुराद जबलपुर रेलवे स्टेशन पर पूरी हो गई। पिता-पुत्र की जबलपुर के रेलवे स्टेशन पर मुलाकात हुई। दोनों एक-दूसरे के गले लगकर फूट-फूटकर रोए। यह दृश्य देखकर रेलवे स्टेशन पर मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं।
लगभग 21 साल पहले रामपुर के यामीन मोहम्मद की अपनी पत्नी और सास से किसी बात को लेकर अनबन हो गई थी। इसके बाद वो घर छोड़कर चले गए थे। वो कहां चले गए इसकी किसी को खबर नहीं थी। किसी ने कहा कि मुंबई चले गए हैं तो किसी ने कहा दुबई में हैं।
यामीन का बेटा जीशान उस वक्त छोटा था। उसे उम्मीद थी कि उसके पिता जरूर मिलेंगे। इसी इंतजार में 21 साल का लंबा वक्त बीत गया। जीशान की मां अपने पति की राह देखते-देखते दुनिया छोड़ गईं। जीशान इस बात का पता लगाने में लगे रहे कि उनके पिता कहां हैं।दिसंबर माह में उनको पता चला कि उनके पिता जबलपुर में हैं। इसके बाद फोन पर उन्होंने अपने पिता से बात की। दोनों ने वादा किया था कि जल्द मिलेंगे। इसके बाद जीशान अपने पिता से मिलने के लिए जबलपुर के लिए रवाना हुए।
02 फरवरी को जबलपुर रेलवे स्टेशन पर जब जीशान ट्रेन से उतरे तो उनके पिता वहां पर उनका इंतजार कर रहे थे। दोनों एक-दूसरे के गले लगकर फूट-फूटकर रोए। यामीन मोहम्मद ने अपने बेटे को देखकर कहा अरे मेरा बेटा कितना बड़ा हो गया है।
वहीं जीशान ने कहा कि अब्बू आप तो काफी कमजोर हो गए हो क्योंकि जीशान की आंखों में अपने पिता की 21 साल पहले की छवि थी। इसके बाद पिता-पुत्र ने पिछले 21 सालों की बातों को साझा किया। इसके बाद जीशान वहां से लौट आए। उनका कहना है कि उनके वालिद ने वादा किया है कि वो अपनी बेटियों से मिलने जल्द ही रामपुर आएंगे।
 
                 
                 
                 
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                     
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        