सहारनपुर। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने छुटमलपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रविवार को दिल्ली में आयोजित होने वाली “वोट चोर गद्दी छोड़ो रैली” देश के लिए ऐतिहासिक साबित होगी। उन्होंने दावा किया कि इस रैली में देशभर से आम जनता शामिल होगी और भाजपा की कथित वोट चोरी की सच्चाई को उजागर किया जाएगा।

हरीश रावत ने कांग्रेस और वंदे मातरम् के ऐतिहासिक संबंध को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम्, जिसने 150 वर्ष पहले देशवासियों के दिलों में जगह बनाई, आज भी कांग्रेस और स्वतंत्रता संग्राम की पहचान है। कांग्रेस के हर कार्यक्रम में वंदे मातरम्, ध्वज गीत और राष्ट्रगान का गायन अनिवार्य रूप से किया जाता है और यह परंपरा आजादी से पहले से चली आ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा, आरएसएस और अन्य संगठनों पर इतिहास के प्रति विवाद खड़ा कर देश के सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता के लिए खतरे के रूप में बताया।

बिहार चुनाव को लेकर हरीश रावत ने कहा कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार की मिलीभगत से अवैध संसाधनों और कथित वोट चोरी के दम पर चुनाव जीते गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतरकर जनता की आवाज बनेगी।

कार्यक्रम में अब्दुल हसीब मलिक, मनोज चौधरी, कारी आबिद, प्रधान फ़रमान मलिक, नासिर प्रधान, रामबीर सिंह, पदम सिंह सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।