शामली। पानीपत-खटीमा, शामली-सहारनपुर हाईवे जाम करने के दौरान मंगलवार देर रात करीब 11 बजे किसी ने अफवाह फैला दी कि किसानों पर लाठीचार्ज करने के लिए पुलिस और पीएसी के जवान पहुंच गए हैं। जिससे किसानों में खलबली मच गई। हाईवे जाम कर बैठे किसानों के आह्वान पर कई गांव के किसान मौके पर पहुंच गए और खूब नारेबाजी की।
किसानों से वार्ता करने के लिए डीएम अरविंद चौहान और एसपी रामसेवक गौतम मौके पर पहुंचे। किसानों से तीन बार वार्ता की। किसानों ने कहा कि बकाया भुगतान लेकर ही रहेंगे। किसानों ने कलक्ट्रेट के अंदर भी धरना देने की अनुमति मांगी। डीएम ने किसानों को तहसील के अंदर धरना देने की अनुमति दे दी, जिस पर किसानों ने हाईवे पर लगाए जाम को खोल दिया और तहसील के अंदर धरना देकर बैठ गए।
हाईवे जाम के दौरान देर रात भाकियू युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत भी पहुंचे। कहा कि किसानों की मांग जायज है। मगर मिल प्रशासन किसानों का बकाया भुगतान नहीं कर रहा है, जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाकियू किसानों के साथ है, जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता, धरना जारी रहेगा।
भाकियू जिलाध्यक्ष कालिंदर मलिक ने कहा कि किसान तहसील में धरना देने के लिए जा रहे थे, मगर प्रशासन ने उन्हें कलक्ट्रेट के अंदर नहीं घुसने दिया। जिसके कारण वह हाईवे पर धरना देने को मजबूर हुए।
संजीव शास्त्री, पूर्व जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान, प्रभात मलिक ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने रात में 11 बजे हाईवे को पुलिस और पीएसी बुलाकर छावनी में तब्दील कर दिया। किसानों पर लाठीचार्ज की तैयारी थी। कहा कि चाहे लाठी चार्ज कर लो या फिर कुछ और, वे अपना हक हर हाल में लेकर रहेंगे।
लाठी डंडों से लैस होकर पहुंच गए भारी संख्या में किसान
किसानों पर लाठीचार्ज की अफवाह पर क्षेत्र के भैंसवाल, लिलौन और अन्य गांवों के काफी संख्या में किसान गाड़ियों में सवार होकर हाईवे पर पहुंचे और कहा कि प्रशासन की तानाशाही किसी भी सूरत में नहीं चलने दी जाएगी। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि लाठीचार्ज की बात गलत है, वह सिर्फ वार्ता के लिए ही किसानों के बीच आए हैं।
परिवार की महिलाएं भी करेगी कलक्ट्रेट कूच
किसानों ने कहा कि यदि मिल प्रशासन ने जल्द ही उनका बकाया भुगतान नहीं किया तो उनके परिवार की महिलाएं भी कलक्ट्रेट पर कूच करेंगी। उधर, मिल परिसर में भी किसानों का धरना चलता रहा। यहां पर बैठे किसानों ने जल्द से जल्द बकाया भुगतान की मांग की।
रात में मेरठ करनाल हाईवे चार घंटे रखा जाम, बाद में खोला
मिल प्रशासन से वार्ता के बाद कई गांवों के किसानों ने मेरठ-करनाल हाईवे पर सिंभालका बाईपास के पास जाम लगा दिया था। करीब चार घंटे तक जाम लगाए रखा। हालांकि, बाद में किसान नेताओं के कहने पर जाम खोल दिया गया था। किसान पानीपत खटीमा हाईवे पर पहुंच गए थे।
वाहन चालकों ने ली राहत की सांस
दो दिन से वाहन चालक जाम में फंसे थे, जिसके कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जाम खुलने के बाद वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। उधर, दूसरे दिन कलक्ट्रेट में फरियादियों की संख्या भी बढ़ गई। मंगलवार को हाईवे जाम के कारण कलक्ट्रेट में फरियादी नाममात्र ही पहुंचे थे।