लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज कराने को लेकर शासन ने निर्देशों में सख़्ती बढ़ा दी है। वहीं इस व्यवस्था के विरोध में शिक्षक संगठनों ने नाराज़गी जाहिर की है और इसे अव्यवहारिक बताते हुए आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह ने हाल ही में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIOS) को निर्देश दिए हैं कि सभी विद्यालयों में प्रतिदिन पहले पीरियड के दौरान शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति पोर्टल पर दर्ज कराई जाए। यह भी कहा गया है कि कई विद्यालय अभी तक नियमित उपस्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं। इसके समाधान के लिए विद्यालयों को लोकेशन संबंधी तकनीकी समस्याएं दूर कराने तथा नए नियुक्त एवं संबद्ध शिक्षकों का विवरण पोर्टल पर अपडेट कराने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षक संघ ने जताया विरोध, बताया तुगलकी फरमान
दूसरी ओर, माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) ने ऑनलाइन उपस्थिति की अनिवार्यता को लेकर कड़ा विरोध जताया है। संगठन के प्रादेशिक अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह पटेल और प्रवक्ता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को पत्र भेजकर इस आदेश को तुगलकी बताते हुए हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में तकनीकी संसाधनों की कमी और नेटवर्क समस्या के बीच यह व्यवस्था व्यवहारिक नहीं है, ऐसे में इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।