बदायूं: मूसाझाग थाना क्षेत्र के कस्बा गुलड़िया निवासी अर्पित पटेल ने बुधवार को एसएसपी कार्यालय में शिकायत देने पहुंचते ही संकट में पड़ गए। पुलिसकर्मियों ने उनके प्रार्थना पत्र को पढ़ते ही कार्रवाई की और उन्हें सिविल लाइंस थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
प्रार्थना पत्र में अर्पित ने लिखा था कि मूसाझाग पुलिस ने उन्हें परेशान किया और इसी वजह से उन्होंने रात में जहरीला पदार्थ खा लिया। पुलिस ने उन्हें तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद परिजन उन्हें उच्च स्तरीय इलाज के लिए ले गए। डॉक्टरों ने उनकी हालत सामान्य बताई। जांच के दौरान पता चला कि युवक ने कीटनाशक दवा पी थी।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट के मामले में पहले ही थाने में रिपोर्ट दर्ज है। अर्पित का आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगों ने 23 सितंबर को उनके साथ मारपीट की थी। युवक ने बताया कि थाना पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी और उन्हें थाने से भगा दिया। परेशान होकर वह शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे।
पुलिस ने प्रार्थना पत्र मिलने के बाद सिविल लाइंस थाना की टीम को बुलाया और अर्पित को मेडिकल कॉलेज भेजा। इसके बाद परिजन उन्हें उच्च उपचार के लिए ले गए। एसएसपी ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई की जा रही है और अर्पित के खिलाफ सिविल लाइंस थाना में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं, डीएम कार्यालय में कीटनाशक पीकर शिकायत देने जैसी घटनाओं के बाद से सरकारी कार्यालयों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अब बिना चेकिंग के किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।