प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) आर्यन सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि कंपनी ने इनवॉइस डिस्काउंटिंग प्लेटफॉर्म के नाम पर लगभग 792 करोड़ रुपये की पोंजी स्कीम चलाई। इससे पहले भी इस घोटाले में कई लोग सलाखों के पीछे जा चुके हैं।
ईडी के हैदराबाद कार्यालय ने अमरदीप कुमार और कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स से जुड़े अन्य लोगों पर चल रही जांच के सिलसिले में कार्रवाई की। गिरफ्तारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के तहत हुई। आर्यन सिंह को विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
निवेशकों से झूठे वादे
ईडी की ओर से जारी बयान के अनुसार, जांच आर्थिक अपराध शाखा, साइबराबाद की दर्ज तीन एफआईआर पर आधारित है। आरोप है कि कंपनी ने निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर उनसे पैसे वसूले और धोखाधड़ी की।
जांच में सामने आया कि कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स ने फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम के नाम से निवेश जुटाया। निवेशकों से कहा गया कि उनकी रकम इनवॉइस डिस्काउंटिंग में लगाई जाएगी और उन्हें मुनाफे से भुगतान होगा। लेकिन वास्तविकता में ऐसा कोई कारोबार नहीं था और करोड़ों रुपये हड़प लिए गए।
कंपनी की भूमिका और अवैध कमाई
जांच से यह भी खुलासा हुआ कि अमरदीप कुमार ने फाल्कन इनवॉइस ऐप लॉन्च कर लोगों को जोड़ने का काम किया। सीओओ रहते हुए आर्यन सिंह ने पूरी जानकारी के बावजूद स्कीम को बढ़ावा दिया। उनकी देखरेख में टीम ने निवेशकों को गुमराह किया। ईडी का कहना है कि आर्यन को इस धोखाधड़ी से करीब 2.88 करोड़ रुपये मिले, जो उनके पांच निजी खातों और उनकी कंपनी Karaoi (OPC) के खाते में जमा हुए।
पहले भी हुई जब्ती और गिरफ्तारियां
इससे पहले ईडी ने मामले में एक हॉकर 800 ए विमान जब्त किया था और करीब 18.14 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति कुर्क की थी। अमरदीप कुमार के भाई संदीप कुमार और चार्टर्ड अकाउंटेंट शरद चंद्र तोशनीवाल को भी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।