नई दिल्ली। अगस्त का महीना कई अहम बदलावों के साथ शुरू हुआ है, जिनका प्रभाव सीधे तौर पर आम जनजीवन और आर्थिक गतिविधियों पर पड़ सकता है। इनमें यूपीआई लेनदेन, बैंकिंग व्यवस्था, एलपीजी सिलेंडर की दरें और अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़े नियम शामिल हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग इन परिवर्तनों की जानकारी लेकर अपनी योजनाएं उसी अनुरूप बनाएं।
यूपीआई ट्रांजैक्शन में नई सीमाएं लागू
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई उपयोगकर्ताओं के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं।
- अब यूपीआई के माध्यम से एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक किया जा सकेगा।
- खाते की सूची देखने की सीमा भी घटाकर 25 बार प्रतिदिन कर दी गई है।
- ऑटोपे से जुड़ी किस्त, एसआईपी और ओटीटी जैसी सेवाओं के लेनदेन अब केवल निर्धारित गैर-पीक समय में ही संसाधित होंगे — सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 से 5 बजे के बीच और रात 9:30 बजे के बाद।
- भुगतान असफल होने पर स्टेटस जांचने के लिए सिर्फ तीन प्रयास मिलेंगे और हर बार 90 सेकंड का अंतर रखना अनिवार्य होगा।
- पैसे भेजते समय अब प्राप्तकर्ता का नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा जिससे गलत ट्रांजैक्शन की संभावना कम हो जाएगी।
बैंकिंग कानून में संशोधन लागू
बैंकिंग (संशोधन) अधिनियम 2025 के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधान आज से प्रभाव में आ गए हैं। इनका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाना है।
- अब सरकारी बैंक बिना दावों वाले डिविडेंड, ब्याज और बांड राशि को निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष (IEPF) में ट्रांसफर कर सकेंगे।
- सहकारी बैंकों में निदेशकों का कार्यकाल भी बढ़ाया गया है।
रेपो मार्केट में बढ़ाया गया कारोबार समय
मार्केट रेपो और ट्राई पार्टी रेपो लेनदेन के कारोबारी समय को अब सुबह 9 बजे से बढ़ाकर शाम 4 बजे तक कर दिया गया है, जिससे वित्तीय गतिविधियों को विस्तार मिलेगा।
यूपीआई ट्रांजैक्शन पर नहीं लगेगा जीएसटी
2 हजार रुपये से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर जीएसटी वसूलने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया है कि इस तरह का कोई प्रस्ताव न तो पारित हुआ है और न ही विचाराधीन है।
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाया
अमेरिका द्वारा भारत से आयातित उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लागू कर दिया गया है। यह निर्णय 1 अगस्त से प्रभावी है। इससे अमेरिका में भारतीय सामान की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे निर्यातकों को प्रतिस्पर्धात्मक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर हुआ सस्ता
तेल विपणन कंपनियों ने 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 33.50 रुपये की कटौती की है। दिल्ली में इसकी नई दर 1 अगस्त से 1631.50 रुपये हो गई है, जो पहले 1665 रुपये थी। हालांकि, घरेलू एलपीजी (14.2 किलो) की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।