मुंबई: मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार कमजोर वैश्विक रुझानों के दबाव में लाल निशान पर खुले। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 363.92 अंक गिरकर 84,849.44 पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 106.65 अंक की गिरावट के साथ 25,920.65 पर कारोबार कर रहा था।

रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर
मुद्रा बाजार में भी दबाव देखा गया। रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट दर्ज की और 90.83 पर पहुँच गया, जो हाल के निचले स्तर के करीब है।

सेंसेक्स कंपनियों का प्रदर्शन
सेंसेक्स सूची में शामिल कंपनियों में इटरनल, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टाटा स्टील और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख रूप से पीछे रहीं। वहीं, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाइटन ने लाभ कमाया।

एशियाई बाजारों में भी गिरावट
दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स मंगलवार को निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।

विशेषज्ञों की राय
ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों की घोषणा से पहले जोखिम से बचने की भावना के चलते वॉल स्ट्रीट के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। इन आंकड़ों में गैर-कृषि रोजगार, खुदरा बिक्री और मुद्रास्फीति शामिल हैं, जो मौद्रिक नीति के भविष्य के रुख को प्रभावित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर एफआईआई की लगातार निकासी और रुपये पर दबाव निकट भविष्य में प्रमुख चुनौती बने रहेंगे। हालांकि, डीआईआई और खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी नकारात्मक प्रभाव को सीमित करने में मदद करती है। इस पृष्ठभूमि में बाजारों से आक्रामक रुझान के बजाय तकनीकी स्तरों का सम्मान करने की उम्मीद है।

ब्रेंट क्रूड में गिरावट
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60.23 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया। एक्सचेंज आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को एफआईआई ने 1,468.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि डीआईआई ने 1,792.25 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।