बीते कुछ महीनों में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। वैश्विक स्तर पर डॉलर की मजबूती और अमेरिका की नीतिगत परिस्थितियों, जैसे व्यापार युद्ध और टैरिफ पॉलिसी, ने कीमती धातुओं को एक बार फिर सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में स्थापित कर दिया है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी दिखा है, जहां सोना-चांदी के दाम नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुके हैं।

दो दशकों में सोने ने दिया जबरदस्त रिटर्न
अगर पिछले 20 वर्षों की बात करें तो सोना निवेश के लिहाज से सबसे भरोसेमंद संपत्ति साबित हुआ है। वर्ष 2005 में जहां इसकी कीमत ₹7,638 प्रति 10 ग्राम थी, वहीं जून 2025 तक यह ₹1,00,000 के पार जा चुकी है — यानी लगभग 1,200% का रिटर्न। केवल 2025 की ही बात करें तो अब तक सोना 31% की बढ़त दर्ज कर चुका है।

चांदी भी निवेशकों को कर रही आकर्षित
चांदी की बात करें तो इसने भी निवेशकों को निराश नहीं किया। 2005 से अब तक इसमें करीब 668% का इज़ाफा हुआ है। बीते कुछ हफ्तों से चांदी की कीमत ₹1 लाख प्रति किलो से ऊपर बनी हुई है, जिससे यह भी दीर्घकालिक निवेश के रूप में फायदे का सौदा बनती नजर आ रही है।

3 अगस्त को सोने-चांदी में फिर तेजी
सोमवार, 3 अगस्त 2025 को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना ₹99,049 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी ₹1,10,224 प्रति किलो पर कारोबार करती दिखी। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 24 कैरेट सोना ₹99,810 और 22 कैरेट ₹91,413 प्रति 10 ग्राम पर दर्ज हुआ। वहीं चांदी की कीमत ₹1,10,560 प्रति किलो रही।

प्रमुख शहरों में आज के भाव

शहर24 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम)चांदी (₹/किलो)
मुंबई₹99,630₹1,10,360
दिल्ली₹99,460₹1,10,170
कोलकाता₹99,500₹1,10,210
बेंगलुरु₹99,710₹1,10,440
हैदराबाद₹99,790₹1,10,530
चेन्नई₹99,920₹1,10,680

क्या यह निवेश का सही वक्त है?
विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अनिश्चितता यदि बनी रही, तो कीमतों में और बढ़ोतरी संभव है। हालांकि, वे यह भी सुझाव देते हैं कि ऊंची कीमतों पर निवेश करते समय पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखना आवश्यक है।