सोमवार को बीएसई सेंसेक्स में 271 अंकों की गिरावट आई, जो लगातार दूसरे दिन आईटी सेक्टर में बिकवाली और मूडीज द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटाने के बाद वैश्विक बाजारों की कमजोरी को दर्शाता है।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 271.17 अंक यानी 0.33% गिरकर 82,059.42 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 366.02 अंक या 0.44% की गिरावट के साथ 81,964.57 अंक पर आ गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 74.35 अंक यानी 0.30% टूटकर 24,945.45 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक और अडानी पोर्ट्स जैसे शेयर कमजोर प्रदर्शन करते दिखे। वहीं, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक और इंडसइंड बैंक में तेजी रही।

मेहता इक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे के मुताबिक, "एशियाई और यूरोपीय बाजारों में कमजोरी के चलते निवेशकों ने आईटी, पूंजीगत सामान और तेल-गैस सेक्टर के शेयरों में मुनाफावसूली की।"

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक नीचे बंद हुए, जबकि शंघाई का एसएसई कम्पोजिट ऊपर बंद हुआ। यूरोपीय बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए। पिछले शुक्रवार अमेरिकी बाजार मजबूत बंद हुए थे।

वैश्विक स्तर पर, ब्रेंट क्रूड तेल का दाम 0.41% गिरकर 65.14 डॉलर प्रति बैरल रह गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 8,831 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। वहीं, सेंसेक्स शुक्रवार को 200 अंक गिरकर 82,330.59 पर और निफ्टी 42.30 अंक टूटकर 25,019.80 पर बंद हुआ था।