मुंबई। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता एसएस राजामौली, जो अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्मों ‘बाहुबली’ और ‘आरआरआर’ के लिए जाने जाते हैं, ने अपनी अपकमिंग फिल्म ‘वाराणसी’ के लॉन्च इवेंट में एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे ईश्वर में विश्वास नहीं रखते, जिससे मीडिया और दर्शकों के बीच बहस छिड़ गई।

पिता और पत्नी के संदर्भ में जताया गुस्सा

राजामौली ने बताया कि यह बयान उन्होंने इवेंट के दौरान हुई तकनीकी गड़बड़ियों और लीक की वजह से दिया। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए इमोशनल पल था। मेरे पिताजी ने कहा कि भगवान हनुमान सब संभाल लेंगे। यह सोचकर मुझे गुस्सा आया। मेरी पत्नी भी हनुमान जी की भक्त हैं और उनके साथ बातचीत करती हैं, इससे भी मुझे गुस्सा आया।”

सोशल मीडिया और दर्शकों की प्रतिक्रियाएं

निर्देशक के इस बयान के बाद दर्शकों और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोगों ने आलोचना की कि राजामौली की फिल्में हिंदू पौराणिक कथाओं से प्रेरित हैं, इसलिए उनका यह बयान अनुचित है। एक यूजर ने कहा, “फिल्म का शीर्षक ‘वाराणसी’ है और इसमें पौराणिक पात्रों का इस्तेमाल किया गया है, फिर भी यह कहना कि वे ईश्वर में विश्वास नहीं रखते, कई लोगों को आहत कर सकता है।”

वहीं कुछ ने उनके पक्ष में लिखा कि राजामौली नास्तिक होने की बात केवल व्यक्तिगत विश्वास का मामला है और वे किसी धर्म या समुदाय को निशाना नहीं बना रहे हैं।

पौराणिक कथाओं के प्रति दिलचस्पी

इवेंट में राजामौली ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “बचपन से ही रामायण और महाभारत मेरे लिए प्रेरणा रहे हैं। हर सीन और डायलॉग लिखते समय ऐसा लगता है जैसे मैं तैर रहा हूँ। इसे बनाना मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है।”

राजामौली की यह बात दर्शकों और फिल्म प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है, और यह स्पष्ट है कि उनकी अपकमिंग फिल्म ‘वाराणसी’ पौराणिक कथाओं से जुड़े विषयों पर आधारित होगी।