सैफ अली खान के साथ हुए हादसे से हर कोई हैरान है. एक आदमी उनके घर में घुसता और जब सैफ घरवालों के बचाव के लिए सामने आते हैं तो वो आदमी उनपर चाकू से 6 वार करता है. घटना के तुरंत बाद सैफ अली खान को लीलावती अस्पताल ले जाया जाता है. उन्हें उनके बेटे इब्राहिम अली खान ऑटो से अस्पताल लेकर जाते हैं. जिस ऑटो से सैफ को अस्पताल ले जाया गया था, उसके ड्राइवर ने उस रात की कहानी बताई है.

ऑटो ड्राइवर ने कहा कि वो वहां से गुजर रहा तो एक महिला ने रिक्शा-रिक्शा आवाज लगाई. गेट के अंदर से भी कोई रिक्शा रोकने के लिए आवाज लगा रहा था. उसके बाद ऑटो वाला यूटर्न लेकर वहां गया.

ड्राइवर ने सैफ को नहीं पहचाना

ड्राइवर का कहना है कि उस समय उसे ये समझ नहीं आया कि ये सैफ अली खान हैं. उन्होंने सफेद कुर्ता और पजामा पहना हुआ था. शरीर पर घाव थे. पूरा कपड़ा खून से लथपथ था. ये सब देखकर ऑटो ड्राइवर भी हैरान था. अस्पताल में सैफ को इमरजेंसी डोर पर ले जाया गया था. अस्पताल के बाहर एंबुलेंस खड़ी थी. उसे साइड किया गया और फिर वहां पर रिक्शा लगाया गया.

सैफ ने अस्पताल में बताया अपना नाम

अस्पताल पहुंचने के बाद ऑटो ड्रावइर को समझ आया कि ये कोई स्टार है. सोसाइटी से दो लोग रिक्शे तक सैफ को लेकर आए थे. उनके साथ में और भी कई लोग थे. उनके साथ एक छोटा बच्चा था, लेडीज थी. अस्पताल में सैफ खुद रिक्शे से उतरते हैं. अस्पताल जाने के बाद वहां के स्टाफ से सैफ कहते हैं कि मैं सैफ अली खान हूं. उसके बाद वो स्ट्रेचर लाने के लिए कहते हैं.

सैफ के साथ ऑटो में थे दो लोग

ड्राइवर ने ये भी बताया कि ऑटो में सैफ के साथ दो लोग बैठे थे. एक छोटा बच्चा और एक बड़ा आदमी था. सैफ को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि वो डरे हुए हैं. सैफ उन दोनों से इंग्लिश में बात कर रहे थे. ड्राइवर की बातों से लगता है कि एक इब्राहिम होंगे और दूसरे तैमूर. सैफ के पीठ और गर्दन पर चोट थे. उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि उनका काफी खून बहा है.

बहरहाल, सैफ अब खतरे से बाहर हैं. लीलवती अस्पताल में उनकी सर्जरी हुई, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया. दो दिन में उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है. डॉक्टर ने उन्हें एक हफ्ते बेड रेस्ट की सलाह दी है.