वॉशिंगटन/गाजा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए हमास को 20 सूत्रीय शांति योजना पेश की और इसे मानने के लिए समयसीमा तय की। ट्रंप की चेतावनी के बावजूद हमास के सैन्य प्रमुख इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है।

इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने स्पष्ट कहा है कि जब तक फिलिस्तीन राज्य की सुरक्षा और गारंटी नहीं मिलती, तब तक हमास किसी भी शर्त में हथियार नहीं डालने को तैयार नहीं है। बीबीसी और अरब न्यूज की रिपोर्टों के अनुसार, इज्ज अल-दीन ने कतर में मौजूद वार्ताकारों को निर्देश दिए हैं कि वे ट्रंप की योजना को ठुकरा दें और इजरायल के खिलाफ संघर्ष जारी रखें।

इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद कौन हैं?
गाजा में याह्या और मोहम्मद सिनवार की मौत के बाद उन्हें हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड्स का प्रमुख नियुक्त किया गया। वे गाजा में 48 बंधकों और हमास की सैन्य रणनीति पर सीधे नियंत्रण रखते हैं। उनके फैसलों का क्षेत्रीय महत्व बहुत अधिक है।

गाजा में हालात और ट्रंप की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमास को चेताया है कि अगर वे शांति समझौते को नहीं मानते हैं, तो उनका “बहुत दुखद अंत” होगा। इसी बीच इजरायल सरकार ने भी गाजा में बचे सभी को आतंकवादी घोषित करने की चेतावनी दी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और इजरायल की चेतावनी हमास के लिए गंभीर खतरा है। अगर फिलिस्तीन राज्य की गारंटी नहीं दी जाती है, तो हमास पर हमले तेज हो सकते हैं, जिससे युद्धविराम की संभावना कम हो जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
ट्रंप के एकतरफा शांति प्रस्ताव के विरोध में अमेरिका, तुर्की, दक्षिण अफ्रीका और कई यूरोपीय देशों में प्रदर्शन हुए हैं। जानकारों का कहना है कि यह योजना फिलिस्तीनियों की भागीदारी के बिना बनाई गई है, इसी वजह से हमास इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है।