दुबई। दुबई एयर शो के दौरान भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच रक्षा सहयोग को और गहरा करने पर महत्वपूर्ण बातचीत हुई। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने अपने यूएई समकक्ष मोहम्मद मुबारक अल माजरूई से मुलाकात कर भविष्य की साझेदारी के लिए कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की। बातचीत के मुख्य बिंदुओं में संयुक्त अनुसंधान, साझा विकास और सह-उत्पादन जैसे क्षेत्रों को नई गति देने पर जोर दिया गया।
सोमवार को हुई इस मुलाकात के बाद संजय सेठ ने मंगलवार को ‘डिफेन्स टेक्नोलॉजी कोलैबोरेशन एंड मैन्युफैक्चरिंग इन इंडिया’ विषय पर आयोजित एक विशेष उद्योग गोलमेज बैठक की अध्यक्षता भी की। इस बैठक में भारत सहित विभिन्न देशों की करीब 50 कंपनियों ने भाग लिया और भारत में उभरते रक्षा विनिर्माण अवसरों पर चर्चा की।
भारत का रक्षा इकोसिस्टम तेजी से मजबूत: संजय सेठ
अपने संबोधन में मंत्री ने बताया कि भारत ने रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और देश का रक्षा इकोसिस्टम अब वैश्विक निवेश के लिए आकर्षक बन चुका है। उन्होंने विदेशी और घरेलू दोनों उद्योगों को भारत में साझा उपक्रम स्थापित करने और नई तकनीकों पर काम करने के लिए आमंत्रित किया।
इंडिया पवेलियन में उन्नत तकनीक की झलक
दुबई पहुंचते ही संजय सेठ ने एयर शो में स्थापित इंडिया पवेलियन का उद्घाटन किया। यहां एचएएल, डीआरडीओ और कई निजी उद्योगों व स्टार्टअप्स ने अपने अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफॉर्म और तकनीकों का प्रदर्शन किया। सेठ ने विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया और प्रदर्शित तकनीक की जानकारी ली।
IAF के शानदार एयर शो का लुत्फ
दौरे के दौरान उन्होंने भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम और हल्के लड़ाकू विमान तेजस की प्रभावशाली उड़ान का भी आनंद लिया। बाद में उन्होंने दुबई में रहे भारतीय समुदाय से मुलाकात कर प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना की और उन्हें ‘भारत का ब्रांड एम्बेसडर’ बताया।
दुनिया का प्रमुख एयर शो
दुबई एयर शो दुनिया के सबसे बड़े एयरोस्पेस इवेंट्स में शामिल है। इस बार 150 देशों से लगभग 1.48 लाख प्रतिनिधि और 1,500 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। बढ़ती भारतीय उपस्थिति भारत और यूएई के बीच मजबूत होते रणनीतिक संबंधों को नए आयाम देती नजर आ रही है।