मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने स्पष्ट कहा है कि उनके देश में अमेरिकी सेना को ड्रग कार्टेल के ठिकानों पर कार्रवाई करने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी। शिनबाम के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार सुझाव दिया कि अमेरिका चाहें तो मेक्सिको में कार्टेल पर सीधे हमले कर सकता है।
राष्ट्रपति शिनबाम ने कहा, "हम जानकारी साझा करने और सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन कार्रवाई केवल हमारी एजेंसियों द्वारा होगी। किसी विदेशी देश के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं किया जाएगा।" इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि यदि ड्रग तस्करी रोकने के लिए अमेरिका को कार्रवाई करनी पड़ी, तो उन्हें आपत्ति नहीं होगी। हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अमेरिका एकतरफा सैन्य कदम नहीं उठाएगा।
इसी बीच, सीमा पर एक अलग घटना ने विवाद बढ़ा दिया। सोमवार को कुछ अमेरिकी ठेकेदार नाव के जरिए उत्तर-पूर्वी मेक्सिको के प्लाया बगदाद बीच पर आए और वहां 'सावधान: प्रतिबंधित क्षेत्र' के बोर्ड लगा दिए। बोर्ड पर लिखा था कि यह अमेरिकी रक्षा विभाग की संपत्ति है और प्रवेश व फोटो खींचना वर्जित है।
बाद में मेक्सिको की नौसेना ने बोर्ड हटा दिए। राष्ट्रपति शिनबाम ने बताया कि जांच में पता चला कि ये बोर्ड अमेरिकी ठेकेदारों ने लगाए थे। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इसे गलतफहमी बताया और कहा कि नदी के बहाव और जमीन की बनावट बदल जाने के कारण सीमा को लेकर भ्रम पैदा हुआ। दोनों देशों की एजेंसियां अब भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए कदम उठा रही हैं।
यह विवादित क्षेत्र स्पेसएक्स स्टारबेस के पास है, जो अमेरिकी रक्षा विभाग और नासा के साथ जुड़ा प्रमुख रॉकेट लॉन्च केंद्र है। इससे पहले भी मेक्सिको में स्पेसएक्स रॉकेट के मलबे गिरने की शिकायतें दर्ज हुई थीं। जून में राष्ट्रपति शिनबाम ने कहा था कि सरकार इस बेस से होने वाले प्रदूषण की निगरानी कर रही है, क्योंकि रॉकेट परीक्षण के दौरान विस्फोट के बाद सीमा के मैक्सिकन हिस्से में धातु, प्लास्टिक और रॉकेट के अवशेष पाए गए थे।
यह क्षेत्र और भी संवेदनशील बन गया है क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर 'अमेरिका की खाड़ी' करने का आदेश दिया था, जिसे मेक्सिको ने स्वीकार नहीं किया।