नई दिल्ली। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को हाल ही में मौत की सजा सुनाई गई है, लेकिन फिलहाल वह भारत में सुरक्षित हैं। शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने बुधवार को एएनआई को दिए इंटरव्यू में भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि संकट के समय भारत ने उनकी मां की जान बचाई।

सजीब वाजेद ने कहा, “भारत हमेशा से बांग्लादेश का सच्चा मित्र रहा है। यदि मेरी मां देश छोड़कर नहीं आतीं, तो उग्रवादियों ने उनकी हत्या की योजना बना ली होती। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी की सरकार का हमेशा आभारी रहूंगा।”

बांग्लादेश की न्यायिक प्रक्रिया पर उठाए सवाल
सजीब ने बांग्लादेश में न्यायिक प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि देश में एक अनिर्वाचित और असंवैधानिक सरकार सत्ता में है, जिसने शेख हसीना को दोषी ठहराने के लिए कानूनों में संशोधन किया। सजीब ने बताया कि ट्रायल के दौरान उनकी मां को अपने वकील नियुक्त करने की अनुमति नहीं दी गई और पहले से नियुक्त 17 जजों को बर्खास्त कर दिया गया। नए जज राजनीतिक रूप से जुड़े हुए और अनुभवहीन थे।

उन्होंने कहा, “प्रत्यर्पण के लिए उचित न्यायिक प्रक्रिया का पालन होना जरूरी है, जो बांग्लादेश में नहीं हुआ। मेरी मां के केस में कोई उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई गई।”

अमेरिका से दबाव नहीं, स्थिति बदल चुकी है
अमेरिकी दबाव के सवाल पर सजीब ने कहा कि उन्हें किसी तरह की धमकी नहीं मिली। उन्होंने बताया कि पिछले प्रशासन ने 2024 के बांग्लादेशी चुनावों पर नकारात्मक बयान दिए थे, लेकिन अब अमेरिका में नई सरकार आने के बाद स्थिति बदल गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में खुलासा किया था कि पिछले प्रशासन ने यूएसएआईडी के माध्यम से बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन पर लाखों डॉलर खर्च किए थे।

यूनुस की अंतरिम सरकार पर आलोचना
सजीब ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर यूनुस लोकप्रिय होते, तो वे बिना चुनाव कराए सत्ता में क्यों बने रहते। सजीब के अनुसार, यूनुस सरकार और उनकी छात्र दल-एनसीपी की लोकप्रियता नगण्य है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हमेशा सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखती रही है, जबकि यूनुस सरकार चीन के करीब जाने की कोशिश कर रही है।

सजीब वाजेद ने यह भी कहा कि बीएनपी भी चीन से सीधे संपर्क कर रही है और बेल्ट एंड रोड पहल केवल आर्थिक और परिवहन सुविधा बढ़ाने के लिए है।