सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग और उनकी पार्टी पीपल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) ने शनिवार को संपन्न आम चुनाव में कुल 97 संसदीय सीटों में से 65 पर जीत हासिल की है, जो सरकार गठन के लिए जरूरी दो-तिहाई बहुमत से अधिक है। विपक्षी वर्कर्स पार्टी ने 6 सीटों पर सफलता पाई है और 4 अन्य सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि शेष अधिकांश सीटों पर पीएपी की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
यह चुनाव ऐसे समय में हुआ है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था अमेरिका की टैरिफ नीतियों की वजह से दबाव में है। पीएपी सिंगापुर की सबसे पुरानी और प्रभावशाली पार्टी रही है, जो स्वतंत्रता के बाद से अब तक सत्ता में बनी हुई है। एक बार फिर, जनता ने पार्टी को अगले पांच वर्षों के लिए देश के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है।
शनिवार को करीब 26 लाख मतदाताओं ने 92 सीटों के लिए मतदान किया। मरीन परेड-ब्रैडेल हाइट्स सीट पर नामांकन की अंतिम तारीख तक किसी भी विपक्षी उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया, जिससे वहां पीएपी बिना चुनाव लड़े ही विजयी घोषित हो गई। यह प्रधानमंत्री बनने के बाद लॉरेंस वोंग के नेतृत्व में पार्टी का पहला आम चुनाव था।
लॉरेंस वोंग ने मार्सिलिंग-यू टी निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह चुनाव उनके लिए एक नया अनुभव था और उन्होंने वादा किया कि वे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। 52 वर्षीय प्रधानमंत्री ने कहा, “हम इस प्रचंड जनादेश के लिए आभारी हैं और देशवासियों के विश्वास को कायम रखने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।”
पिछले वर्ष ही प्रधानमंत्री पद संभालने वाले वोंग के लिए यह चुनाव एक अहम परीक्षा मानी जा रही थी। पीएपी बीते 66 वर्षों से देश की सत्ता में है, जबकि विपक्ष ने इस बार महंगाई और सरकार की कड़ी नीतियों को प्रमुख मुद्दा बनाया। चुनाव के लिए पूरे देश में 1,200 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे, जो स्कूलों, हाउसिंग ब्लॉक्स और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्थित थे। चुनाव प्रक्रिया लगभग 12 घंटे चली और करीब 27.6 लाख नागरिकों को वोट डालने का अधिकार प्राप्त था। पीएपी ने 97 सीटों में से 5 पर पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी, क्योंकि इन पर कोई विपक्षी प्रत्याशी खड़ा नहीं हुआ था।