पूर्व केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह (आर.के. सिंह) ने बिहार भाजपा द्वारा अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उनके खिलाफ कौन-सी “विरोधी गतिविधियां” दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि शो-कॉज़ नोटिस मिलने के बाद उन्होंने सीधे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को अपना इस्तीफा भेज दिया।

आर.के. सिंह ने कहा कि अपने जवाब में उन्होंने बिहार भाजपा से पूछा है कि उन्होंने आखिर कौन-सी गतिविधि की जो पार्टी विरोधी मानी जा रही है। उनका कहना था कि उन्होंने केवल यह सुझाव दिया था कि जिन उम्मीदवारों का आपराधिक या भ्रष्ट पृष्ठभूमि हो, उन्हें पार्टी का टिकट नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने पूछा, क्या यह पार्टी के खिलाफ कोई गतिविधि है? उनका मानना है कि ऐसे लोगों को टिकट देने से पार्टी की साख प्रभावित होती है, जो न पार्टी, न देश और न ही जनता के हित में है।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि जहाँ आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं पर सवाल उठाने पर ही परेशानियां आती हों, वहां बने रहने का कोई लाभ नहीं है। आर.के. सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका बयान पूरी तरह से पार्टी के हित और जनहित में था।