आंबेडकर की लड़ाई सिर्फ अतीत की नहीं, आज भी पूरी ताकत से लड़ेंगे: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को जाने-माने शिक्षाविद, अर्थशास्त्री, दलित विषयों के जानकार और तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण पर बनी अध्ययन समिति के सदस्य प्रो थोराट से बाबा साहेब आंबेडकर के महाड़ सत्याग्रह के महत्व पर चर्चा की.

इस चर्चा की वीडियो राहुल गांधी ने सोशल साइट पर पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा कि 98 साल पहले शुरू हुई हिस्सेदारी की लड़ाई जारी है. 20 मार्च 1927 को बाबासाहेब आंबेडकर ने महाड़ सत्याग्रह के जरिए जातिगत भेदभाव को सीधी चुनौती दी थी. यह केवल पानी के अधिकार की नहीं, बल्कि बराबरी और सम्मान की लड़ाई थी.

उन्होंने कहा कि इस दौरान दलितों की शासन, शिक्षा, नौकरशाही और संसाधनों तक पहुंच के लिए अब भी जारी संघर्ष पर भी हमने विस्तार से बातचीत की.

आंबेडकर का सपना आज भी अधूरा है: राहुल गांधी

उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना इसी असमानता की सच्चाई को सामने लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जबकि इसके विरोधी इस सच्चाई को बाहर आने देना नहीं चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि बाबासाहेब का सपना आज भी अधूरा है. उनकी लड़ाई सिर्फ अतीत की नहीं, आज की भी लड़ाई है, हम इसे पूरी ताकत से लड़ेंगे.

तेलंगाना में पिछड़ों को 42 फीसदी आरक्षण

बता दें कि तेलंगाना जाति सर्वेक्षण के आधार पर आरक्षण लागू करने वाला पहला राज्य बनने जा रहा है, क्योंकि विधानसभा ने मंगलवार को सरकारी नौकरियों, शैक्षणिक संस्थानों और स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़े वर्गों (के लिए आरक्षण बढ़ाकर 42 प्रतिशत करने संबंधी एक महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर दिया था. राहुल गांधी ने तेलंगाना सरकार के इस प्रयास की सराहना की थी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस कदम को क्रांतिकारी बताया था और कहा था कि देश भर में जाति जनगणना कराने की पार्टी की प्रतिबद्धता का यह दर्शाता है.

उन्होंने कहा था कि तेलंगाना सरकार ने पिछड़े वर्गों को उनके उचित अधिकार दिलाने के लिए वैज्ञानिक जाति गणना डेटा का उपयोग किया है. पूरे देश को इसकी जरूरत है. जाति जनगणना निश्चित रूप से भारत में होगी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here