नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस द्वारा कथित 'वोट चोरी' के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगाए गए विवादित नारों ने सियासी माहौल गरमा दिया।
भाजपा ने इसे लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन करार देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अगर वास्तव में इस तरह के नारे लगाए गए हैं, तो यह कांग्रेस की जनभावनाओं को न समझ पाने की विफलता है। पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी और ऐसे प्रयास कांग्रेस को पहले भी राजनीतिक नुकसान पहुंचा चुके हैं। उन्होंने हाल में कथित एआई वीडियो का जिक्र करते हुए पार्टी पर व्यक्तिगत हमलों और ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस ने नारों से दूरी बनाई
वहीं कांग्रेस नेताओं ने नारों से दूरी बनाते हुए इसे पार्टी की आधिकारिक नीति से अलग बताया। कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि पार्टी का नारा केवल 'वोट चोर, गद्दी छोड़' है और आपत्तिजनक नारे कुछ भटके हुए लोगों द्वारा लगाए गए हो सकते हैं। वरिष्ठ नेता नाना पटोले ने कहा कि संभव है भाजपा ने ऐसे तत्वों को भेजा हो ताकि असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों को लेकर सवाल उठा रही है, न कि व्यक्तिगत अपमान की राजनीति।