गोवा के अर्पोरा में स्थित नाइट क्लब ‘बिर्च बाय रोमियो लेन’ में शनिवार रात लगी भीषण आग की घटना में 25 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में दिल्ली से नाइट क्लब के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी की पहचान भरत कोहली के रूप में की है, जो दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके का निवासी है और क्लब के दैनिक संचालन की जिम्मेदारी संभालता था। जांच के दौरान क्लब के एक प्रबंधक से पूछताछ के बाद कोहली की संलिप्तता सामने आई। अब उसे आगे की पूछताछ के लिए गोवा लाया जाएगा।

पहले हुई गिरफ्तारियां

मामले में पहले ही कई गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। उत्तर गोवा के अर्पोरा पुलिस ने क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया और गेट प्रबंधक प्रियांशु ठाकुर को हिरासत में लिया था। चारों को अदालत में पेश कर छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।

अन्य कार्रवाई
उत्तर गोवा जिला प्रशासन ने घटना से जुड़े वैगेटर और असागाओ में स्थित रोमियो लेन चेन के दो अन्य क्लब और एक तटीय ढाबा भी बंद कर दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इन संपत्तियों पर कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि ये विवादों में शामिल थीं।

मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि क्लब ने अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया था। आग में अधिकांश लोग ग्राउंड फ्लोर और किचन में फंस गए थे, जिससे दम घुटने के कारण उनकी मौत हुई। संकरी गलियों और छोटे दरवाजों के कारण दमकल की गाड़ियां मौके पर तुरंत नहीं पहुंच सकीं।

उन्होंने मुख्य सचिव वी. कंदवेलू और पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार को निर्देश दिए हैं कि उन सरकारी अधिकारियों की पहचान की जाए जिन्होंने नियमों का उल्लंघन होने के बावजूद क्लब को संचालन की अनुमति दी।

यह अग्निकांड गोवा में पर्यटन और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है और दिल्ली से हुई इस नई गिरफ्तारी से जांच में नया मोड़ आया है।