देश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर का असर गहराता जा रहा है। उत्तर भारत में तापमान तेजी से नीचे जा रहा है, जबकि पूर्वी और पश्चिमी राज्यों में भी ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया। राजस्थान के कई जिलों में कड़ाके की ठंड के कारण जनजीवन प्रभावित है। इस बीच, पहाड़ी राज्यों में अगले 48 घंटे के भीतर हल्की बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छा सकता है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित होने की आशंका है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में 8 और 9 दिसंबर को हल्की बर्फबारी तथा निचले क्षेत्रों में बादलों की मौजूदगी के साथ ठंड जारी रहने के संकेत हैं।
कश्मीर घाटी में पारा शून्य से नीचे
कश्मीर में बीती रात तापमान में गिरावट देखी गई। हालांकि कुछ स्थानों पर थोड़ा सुधार दर्ज हुआ, लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों में पारा शून्य से नीचे रहा। पहलगाम राज्य का सबसे ठंडा स्थान बना, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। श्रीनगर में तापमान माइनस 0.9 डिग्री, गुलमर्ग में माइनस 1.6 डिग्री, पुलवामा में माइनस 3.8 डिग्री और कुपवाड़ा में माइनस 0.8 डिग्री रहा।
आईएमडी का अनुमान है कि 8 दिसंबर को उत्तर और मध्य कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी संभव है।
राजस्थान में फतेहपुर सबसे ठंडा
राजस्थान में शीतलहर का प्रभाव स्पष्ट रूप से बढ़ रहा है। सीकर जिले के फतेहपुर में तापमान गिरकर 3.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो राज्यभर में सबसे कम है। बीकानेर के लूणकरणसर में 5 डिग्री, दौसा में 6 डिग्री, चूरू में 6.3 डिग्री, टोंक के वनस्थली में 6.4 डिग्री और झुंझुनू में 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।
मौसम विभाग ने बताया कि कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले दिनों में कुछ इलाकों में बादल छा सकते हैं। इससे रात का तापमान 2–3 डिग्री बढ़ने और शीतलहर की तीव्रता में हल्की कमी आने की संभावना है।
झारखंड में कई जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे
झारखंड में ठंड का असर लगातार तेज हो रहा है। बोकारो, देवघर, कोडरमा, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, लोहरदगा और रांची सहित आठ जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। गुमला सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 3.5 डिग्री तक गिर गया। रांची में 7.5 डिग्री, खूंटी में 5 डिग्री, डाल्टनगंज में 6.5 डिग्री और जमशेदपुर में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
रांची मौसम केंद्र के अनुसार उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा और आगामी 72 घंटों में पारा 2–3 डिग्री बढ़ सकता है।
दूसरे सप्ताह से बढ़ सकती है सर्दी
आईएमडी का अनुमान है कि उत्तर और पूर्वी भारत में ठंड का असर कम से कम एक सप्ताह तक बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी बढ़ सकती है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी संभावित है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कई राज्यों में सर्दी और अधिक तीखी हो सकती है।