अहमदाबाद। गुजरात एटीएस को एक बड़ी आतंकी साजिश को समय रहते नाकाम करने में बड़ी सफलता मिली है। अल-कायदा की भारतीय इकाई AQIS (Al-Qaeda in Indian Subcontinent) से जुड़े सोशल मीडिया मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए एटीएस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस नेटवर्क की मास्टरमाइंड एक महिला को बेंगलुरु से दबोचा गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो गुजरात के, एक दिल्ली और एक नोएडा का निवासी है।
एटीएस के अनुसार, यह मॉड्यूल ‘गजवा-ए-हिंद’ की विचारधारा के नाम पर देश में उन्माद और हिंसा फैलाने की साजिश में लगा हुआ था। सोशल मीडिया के ज़रिए युवाओं को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने की कोशिश की जा रही थी।
महिला मास्टरमाइंड शमा परवीन बेंगलुरु से गिरफ्तार
इस साजिश की मास्टरमाइंड 30 वर्षीय शमा परवीन को गुजरात एटीएस ने कर्नाटक के बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि वह सोशल मीडिया पर AQIS की गतिविधियों का संचालन कर रही थी।
10 जून को मिली थी गुप्त सूचना
गुजरात एटीएस के डिप्टी एसपी हर्ष उपाध्याय को 10 जून को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ इंस्टाग्राम अकाउंट्स से भारत विरोधी और कट्टरपंथी सामग्री प्रसारित की जा रही है। इन खातों से AQIS से संबंधित विचारधारा, वीडियो और भड़काऊ संदेश साझा किए जा रहे थे, जिनका मकसद युवाओं को आतंकवाद की राह पर ले जाना था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में फार्दीन शेख (फतेहवाड़ी, अहमदाबाद), सैफुल्ला कुरैशी (मोडासा, गुजरात), मोहम्मद फाईक (चांदनी चौक, दिल्ली) और ज़ीशान अली (नोएडा, उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। फार्दीन के पास से जिहादी साहित्य और एक तलवार बरामद हुई है। उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला है जिसमें वह तलवार लहराकर नारा लगा रहा है।
चार राज्यों में चला एक साथ अभियान
गुजरात एटीएस ने दिल्ली, नोएडा, मोडासा और अहमदाबाद में एक साथ कार्रवाई की। दिल्ली स्पेशल सेल, यूपी एटीएस और स्थानीय पुलिस के सहयोग से 21 और 22 जुलाई को इन चारों को गिरफ्तार किया गया।
62 सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच जारी
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पाकिस्तान के कुछ इंस्टाग्राम हैंडल्स से भी संपर्क में थे। अब तक 25 संदिग्ध खातों की पहचान की जा चुकी है और कुल 62 सोशल मीडिया अकाउंट्स की गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है।
UAPA और IPC की धाराओं में मामला दर्ज
गुजरात एटीएस ने आरोपियों पर यूएपीए की धारा 13, 18, 38, 39 और आईपीसी की धारा 113, 152, 196, 61 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अदालत से चारों को 14 दिन की पुलिस रिमांड मिल चुकी है और पूछताछ जारी है।
सोशल मीडिया बना आतंकियों का नया मंच
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि आतंकी संगठन अब युवाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से बहकाने की रणनीति अपना रहे हैं। हालांकि, भारतीय जांच एजेंसियां इस खतरे से निपटने के लिए सतर्क हैं और समय रहते ऐसी साजिशों को विफल कर रही हैं। गुजरात एटीएस की यह कार्रवाई देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।