अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए रवाना हुई थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान महज 625 फीट की ऊंचाई तक पहुंच पाया था, कि तकनीकी कारणों के चलते वह दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई, केवल एक यात्री जीवित बचा। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया, जिससे हॉस्टल में भारी तबाही मच गई और 65 छात्रों की भी जान चली गई।
इस गंभीर हादसे की जांच के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक उच्चस्तरीय बहु-विषयक समिति गठित की है। समिति का नेतृत्व केंद्रीय गृह सचिव करेंगे, और इसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, गुजरात सरकार, एयरफोर्स, डीजीसीए, बीसीएएस, इंटेलिजेंस ब्यूरो, फोरेंसिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। जरूरत पड़ने पर विमानन विशेषज्ञ, कानूनी सलाहकार और दुर्घटना विश्लेषक भी समिति में जोड़े जा सकते हैं।
समिति को फ्लाइट डेटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, रखरखाव विवरण, एयर ट्रैफिक कंट्रोल लॉग और प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही सहित सभी तकनीकी पहलुओं तक पूर्ण पहुंच दी गई है। इसके अलावा, हादसे की साइट का निरीक्षण, चालक दल और संबंधित कर्मियों से पूछताछ भी जांच का हिस्सा होगी।
यदि इस हादसे में विदेशी नागरिक अथवा विमान निर्माता की भूमिका सामने आती है, तो अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय किया जाएगा। समिति को तीन माह के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी है, जिसमें मौजूदा एसओपी की समीक्षा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश शामिल होंगे।