राज्यसभा सांसद और प्रख्यात मूर्तिकार रघुनाथ महापात्र की रविवार को ओडिशा के एक अस्पताल में कोरोना से निधन हो गया। पिछले सप्ताह उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्हे अस्पताल में दाखिल कराया गया था। 22 अप्रैल को कोविड का लक्षण दिखाई देने के बाद एम्स में वह भर्ती हुए थे। तभी से उनका इलाज एम्स में चल रहा था। स्वास्थ्य अवस्था सुधार आने के बदले उनकी स्वास्थ्य अवस्था खराब होती गई और 78 साल की आयु में पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र ने कोरना से जंग हार गए।अपराह्न तीन बजकर 49 मिनट पर 78 साल की उम्र में उनका निधन होने की जानकारी भुवनेश्वर एम्स की तरफ से दी गई है।
रघुनाथ का निधन ओडिशा के साथ देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही उनके परिवार के साथ टेलीफोन के जरिए चर्चा की थी। उनके निधन पर प्रधानमत्री मोदी के साथ राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व अन्य कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा की कला ऐतिह्य के प्रति उनके अवदान को सदैव याद रखा जाएगा। कारूकार्य एवं पत्थर पर खुदाई कर एक सुप्रसिद्ध शिल्पी के तौर पर रघुनाथ महापात्र ने ओडिशा के साथ देश व दुनिया में अपनी ख्याति स्थापित की थी। उनके कृतित्व ही उनके परिचय थे। उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं करने के बावजूद अपनी उच्च आकांक्षा के बल पर राज्य की ख्याति को उन्होंने पूरी दुनिया में पहुंचाने का काम किया था।