भारत ए ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की और टेस्ट क्रिकेट में नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह पहली बार हुआ है जब किसी ‘ए’ टीम ने 400 से अधिक रन का पीछा सफलतापूर्वक किया। 412 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजों ने 91.3 ओवर में 413/5 बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
राहुल और सुदर्शन की शतकीय पारियां बनी जीत की नींव
केएल राहुल और साई सुदर्शन ने शानदार शतकीय पारियों से टीम को जीत दिलाई। राहुल ने 176* रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 4 छक्के शामिल थे। सुदर्शन ने 172 गेंदों में 100 रनों की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था। दोनों के बीच हुई मजबूत साझेदारी ने मैच का रुख पूरी तरह भारत की ओर मोड़ दिया।
अन्य योगदान और निचला क्रम
कप्तान ध्रुव जुरेल ने 56 और नीतीश कुमार रेड्डी ने नाबाद 16 रन बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दिया। एन जगदीशन (36), देवदत्त पडिक्कल (5) और मानव सुथार (5) ने जल्दी आउट हुए, लेकिन शीर्ष और मिडिल ऑर्डर की मजबूत बल्लेबाजी ने लक्ष्य को आसान बना दिया।
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ए की बढ़त
ऑस्ट्रेलिया ए ने अपनी पहली पारी में 420 रन बनाए। कप्तान मैकस्वीनी ने 74, जैक एडवर्ड्स ने 88 और टॉड मर्फी ने 76 रन बनाए। भारत की ओर से मानव सुथार ने पांच और गुरून बराड़ ने तीन विकेट लिए। भारत ए की पहली पारी 194 रन पर समाप्त हुई, जिसमें साई सुदर्शन ने 75 और एन जगदीशन ने 38 रन बनाए।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ए का संघर्ष और भारत ए का लक्ष्य
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ए केवल 185 रन बना सकी। कप्तान मैकस्वीनी ने 85 और फिलिप ने 50 रन बनाए। भारत की ओर से गुरनूर बराड़ और मानव सुथार ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि सिराज और यश ठाकुर को दो-दो विकेट मिले। ऑस्ट्रेलिया ए ने कुल 411 रन की बढ़त बनाई, जिसे राहुल और सुदर्शन ने शानदार पारियों से पूरा किया।
वेस्टइंडीज दौरे से पहले भरोसा बनाए राहुल और सुदर्शन ने
केएल राहुल और साई सुदर्शन दोनों वेस्टइंडीज के खिलाफ दो अक्तूबर से शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की भारतीय टीम में शामिल हैं। पडिक्कल भी टीम में हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन इस मैच में निराशाजनक रहा।