बेलागंज (गया)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बीच गया जिले से लोकतंत्र की भावना को जीवंत करने वाली एक प्रेरणादायक तस्वीर सामने आई है। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के कुरीसराय गांव में एक महिला मतदाता ने अपने नवजात शिशु को गोद में लेकर मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डाला, जिससे सभी मतदाताओं में जागरूकता और उत्साह का संदेश गया।

जन्म के कुछ घंटों बाद निभाया लोकतांत्रिक दायित्व
कुरीसराय गांव निवासी सुनील मांझी की पत्नी सोनी कुमारी ने बीती रात बेलागंज के सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। प्रसव के महज कुछ घंटों बाद, मंगलवार सुबह उन्होंने लोकतांत्रिक अधिकार निभाने का निश्चय किया और एंबुलेंस से अपने नवजात को साथ लेकर मतदान केंद्र पहुंचीं।

लोकतंत्र की मिसाल बनीं सोनी कुमारी
मतदान केंद्र पर मौजूद अधिकारियों और मतदाताओं ने सोनी के साहस और जागरूकता की सराहना की। सभी ने कहा कि यह दृश्य लोकतंत्र की असली सुंदरता को दर्शाता है, जहां नागरिक अपने अधिकार और जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं। बेलागंज में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है।

“बच्चे के भविष्य के लिए किया मतदान”
सोनी कुमारी ने बताया कि उन्होंने मतदान देश और अपने बच्चे के उज्जवल भविष्य की सोच के साथ किया है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सही सरकार चुनना जरूरी है, इसलिए उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से अनुरोध कर मतदान केंद्र तक पहुंचने का निर्णय लिया।

अस्पताल कर्मियों ने की मदद
स्वास्थ्यकर्मी अजीत कुमार ने बताया कि महिला की इच्छा को देखते हुए उन्हें एंबुलेंस से मतदान केंद्र लाया गया, जहां उन्होंने वोट डालने के बाद फिर अस्पताल लौट गईं।

इस घटना ने न सिर्फ महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता की भागीदारी में निहित है।