बिहार: छपरा, वैशाली और अररिया में PFI कनेक्शन को लेकर NIA की छापेमारी

पटना के फुलवारी शरीफ से सामने आए PFI कनेक्शन को लेकर NIA ने गुरुवार को बिहार में छापेमारी शुरू कर दी है। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की 9 जिलों में 13 ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।

इसमें पटना के फुलवारी शरीफ के अलावा वैशाली, मधुबनी, छपरा, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, नालंदा और जहानाबाद शामिल हैं। अररिया के जोकीहाट में SDPI के प्रदेश महासचिव एहसान परवेज घर भी NIA पहुंची है।

टीचर परवेज आलम के घर भी छापा
छपरा के जलालपुर के माधवपुर पंचायत के रुदलपुर गांव निवासी सरकारी शिक्षक परवेज आलम के घर पर NIA की टीम ने छापा मारा है। साथ में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहां पिछले एक घंटे से घर में पूछताछ भी चल रही है। फुलवारी थाना में दर्ज FIR में परवेज का नाम सामने आया था। उस समय NIA ने बताया था कि आरोपी PFI का एक्टिव मेंबर है। परवेज आलम को जलालपुर थाना ले जाया गया है।

यहां भी चल रही रेड

  • वैशाली में PFI के जिला प्रेसीडेंट रेयाज अहमद के घर छापेमारी। चेहराकला प्रखंड के छोटकी छपरा में रेयाज अहमद के परिजनों से टीम पूछताछ कर रही है।
  • नालंदा के सोहसराय थाना क्षेत्र के खासगंज मोहल्ले में SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर के घर छापेमारी चल रही है। शमीम अख्तर के छोटे भाई मो. दानिश को टीम अपने साथ ले गई है।
  • मधुबनी जिला के लदनिया प्रखंड के मिर्जापुर काशी टोल में मोहम्मद जशीम के घर में एनआईए टीम की छापेमारी चल रही है।
  • कटिहार के हसनगंज में महबूब नदवी के आवास पर NIA टीम छापेमारी कर रही है। महबूब नदवी भी PFI से जुड़ा बताया जा रहा है। रामपुर पंचायत के मोजफ्फर टोला गांव के उसके घर की तलाशी ली जा रही है। घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है।

फुलवारी शरीफ में भी NIA टीम पहुंचीं
फुलवारी शरीफ के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में भी NIA ने कार्रवाई शुरू की है। फुलवारी के मिलकियाना मोहल्ला एवं भनपुरा ग्रामीण इलाके में टीम पहुंची है। यहां PFI और SDPI से जुड़े संदिग्धों की तलाश की जा रही है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बात को कोई भी बताने को तैयार नहीं है।

अररिया के जोकीहाट में एहसान परवेज के घर पहुंची टीम
गुरुवार की सुबह से NIA की टीम अररिया के जोकीहाट भी पहुंची है। यहां एसडीपीआई के प्रदेश महासचिव एहसान परवेज के घर में एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है। एहसान का नाम भी फुलवारी शरीफ मामले में सामने आया था।

इससे पहले 31 जुलाई को भी रानीगंज में NIS ने छापेमारी की थी। मिर्जापुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 13 के सरफराज नाम के युवक को हिरासत में लिया गया था। हालांकि अररिया एसपी के आवास पर उससे पांच घंटे की पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था।

पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में पहुंची NIA। यहीं पर सबसे पहले टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ था।

जुलाई में सामने आया था फुलवारी शरीफ का कनेक्शन
11 जुलाई को फुलवारी शरीफ के नया टोला से PFI और SDPI से जुड़े लोगों के अड्डे पर पटना पुलिस ने छापेमारी की थी। पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग जगहों से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें खुलासा हुआ था कि इनके निशाने पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, पूरे देश की व्यवस्था भी थी।

भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश के लिए इन लोगों ने सात पेज का एक्शन प्लान बनाया था, जिसमें लिखा था- 10 प्रतिशत मुस्लिम साथ दें तो बहुसंख्यक घुटनों पर आ जाएंगे। इनकी योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से दलित-OBC को अलग करने की भी थी।

इस मामले में फुलवारी शरीफ थाना प्रभारी के बयान के आधार पर बिहार के अन्य जिलों से 26 लोगों को नामजद किया गया था। इस मामले में अभी भी 22 लोग पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। बाद में यह मामला NIA को सौंप दिया गया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here