बिहार। 2025 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने इतिहास रचते हुए अब तक के उच्चतम मतदान का रिकार्ड कायम किया। पहले चरण में 6 नवंबर को 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था, जबकि मंगलवार को हुए दूसरे चरण में 68.76 प्रतिशत मतदाता अपने मतदान अधिकार का प्रयोग करने पहुंचे। कुल मिलाकर दोनों चरणों में 243 विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ। पुरुषों का मतदान 62.8% रहा, जबकि महिलाओं ने 71.6% हिस्सेदारी दिखाई।
विश्लेषकों का मानना है कि मतदान बढ़ने में मुख्य कारण एनडीए सरकार की ओर से महिलाओं को मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत आर्थिक और बिजली की सुविधा देना रहा। साथ ही चुनाव कार्य में 1.80 लाख से अधिक जीविका दीदी और महिला कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी ने भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने में योगदान दिया। प्रत्येक बूथ पर लाइव वेबकास्टिंग और फार्म-सी के जरिए मतदान रिकॉर्डिंग सुनिश्चित की गई।
मतदान बढ़ने के अन्य कारणों में दिवाली और छठ पर्व पर प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेन सेवाओं का प्रबंध, मतदाता सूची का संशोधन और राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को दिए गए लाभ शामिल हैं।
एक्जिट पोल के रुझान राजग के पक्ष में
एक्जिट पोल के अनुमानों के अनुसार राजग बिहार में आसानी से बहुमत हासिल कर सकता है। कई एजेंसियों ने राजग को 140-150 सीटें जीतने का अनुमान दिया है, जबकि महागठबंधन के खाते में 85-95 सीटें जाने की संभावना जताई गई है। परिणाम यदि एक्जिट पोल के अनुरूप आते हैं तो नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य की सत्ता में बने रहेंगे।
बिहार चुनाव में वैकल्पिक राजनीति बनाने की कोशिश में लगी प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को अपेक्षित सफलता नहीं मिलती दिख रही है। एक्जिट पोल के अनुसार जनसुराज पार्टी को अधिकतम पांच सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।
अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक ने भी चुनाव प्रक्रिया का निरीक्षण किया
इस वर्ष पहली बार अंतरराष्ट्रीय चुनाव पर्यवेक्षक कार्यक्रम (IEVP) के तहत दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, बेल्जियम और कोलंबिया जैसे देशों के 16 प्रतिनिधियों ने बिहार चुनाव प्रक्रिया का दौरा किया। उन्होंने इसे सुव्यवस्थित, पारदर्शी और सहभागी बताते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा की।