बिहार में भारतीय जनता पार्टी को 20 साल बाद गृह विभाग की कमान मिलने के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी सक्रिय हो गए हैं। उनके निर्देशन में पुलिस ने हाल के दो दिनों में बेगूसराय में दो अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई ने कयासों को जन्म दिया है कि बिहार में यूपी मॉडल को लागू करने की तैयारी है।

सम्राट चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार में सुशासन स्थापित है और अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। “अगर अपराधी बिहार से बाहर नहीं जाएंगे, तो पुलिस अपने तरीके से कार्रवाई करेगी,” उन्होंने स्पष्ट किया।

बीजेपी नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार में सुशासन की व्यवस्था को और मजबूत करने का आश्वासन देते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछली सरकारों की अराजकता और जंगल राज को समाप्त कर व्यवस्था को पूरी तरह से स्थापित किया जाएगा।

बेगूसराय में शनिवार तड़के बिहार पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में दो अपराधी पैर में गोली लगने के बाद घायल हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले पुलिस ने मुठभेड़ में 50 हजार रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी को भी गिरफ्तार किया था।

राज्य में नई सरकार के गठन के बाद पहली बार बीजेपी को गृह विभाग मिला है। सम्राट चौधरी के नेतृत्व में गृह विभाग की सक्रियता और एनकाउंटरों का दौर यह संकेत दे रहा है कि अपराध नियंत्रण के लिए प्रदेश में सख्ती बढ़ सकती है।