मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र के सिउरीएमा गांव में बुधवार शाम गमगीन माहौल के बीच थल सेना के सूबेदार राकेश कुमार सिंह (50) का पार्थिव शरीर पहुंचा। गांव में प्रवेश करते ही भारत माता की जय और शहीद राकेश सिंह अमर रहें के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। परिजनों और ग्रामीणों ने नम आंखों से अपने वीर बेटे को अंतिम विदाई दी। सेना की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ।
इससे पहले उनका पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट से दानापुर आर्मी कैंट लाया गया, जहां से मुजफ्फरपुर पहुंचने तक रास्ते भर लोगों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा के दौरान मार्ग में खड़े लोगों ने सलामी देकर शहीद को नमन किया।
गौरतलब है कि 9 अगस्त की रात अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के जिमनी ढांग क्षेत्र में चीन सीमा के निकट ड्यूटी के दौरान हुए सड़क हादसे में सूबेदार राकेश कुमार सिंह शहीद हो गए थे। आठ दिनों तक चलाए गए सर्च ऑपरेशन के बाद 17 अगस्त को उनका पार्थिव शरीर घटनास्थल से लगभग 12 किलोमीटर दूर नदी से बरामद किया गया।
शहीद राकेश कुमार सिंह वर्ष 1994 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और मार्च 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। वे अपने पीछे पत्नी, पुत्र आयुष (17) और पुत्री साक्षी (19) को छोड़ गए हैं। उनकी शहादत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने ऐसा सपूत खो दिया है, जिसकी कमी कभी पूरी नहीं हो पाएगी।