पटना में आयोजित राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) में शामिल होने जा रहे कई अभ्यर्थी रेलवे की स्पेशल ट्रेन की भारी देरी का शिकार हो गए। ट्रेन पटरी पर आने से पहले ही सात घंटे पीछे चल पड़ी और पटना पहुंचते-पहुंचते इसकी देरी 12 घंटे से भी अधिक हो गई। परिणामस्वरूप, रविवार को होने वाली परीक्षा हजारों परीक्षार्थियों से छूट गई। प्रभावित अभ्यर्थियों ने अब इस मामले की शिकायत रेलवे बोर्ड से की है।
चुनावी व्यस्तता के कारण उत्तर भारत से बिहार की ओर जाने वाली नियमित ट्रेनों में भारी वेटिंग थी। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने उम्मीदवारों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेन संख्या 03224 हरिद्वार–राजगीर चलाई थी। अभ्यर्थियों ने शनिवार को इस ट्रेन में आरक्षण कराया था, ताकि वे रविवार सुबह समय से परीक्षा केंद्र पहुंच सकें।
नियमानुसार ट्रेन को शाम 4:20 बजे हरिद्वार से चलकर रविवार तड़के 4:15 बजे तक पटना पहुंचना था, लेकिन वास्तविकता इसके उलट रही। लखनऊ पहुंचते-पहुंचते ही ट्रेन रात 11:27 बजे स्टेशन में दाखिल हुई, यानी करीब साढ़े सात घंटे की देरी के साथ। अभ्यर्थी अनन्या मिश्रा ने बताया कि पटना पहुंचते-पहुंचते ट्रेन लगभग 12 घंटे देर हो चुकी थी और निर्धारित समय की बजाय यह रविवार शाम 4 बजे पहुंची।
देरी की इस श्रृंखला के कारण न सिर्फ स्पेशल ट्रेन बल्कि कई अन्य ट्रेनें भी घंटों लेट रहीं। यात्री यादवेंद्र शुक्ल ने बताया कि 15114 छपरा–गोमतीनगर एक्सप्रेस भी काफी देर से चल रही थी। 05559 रक्सौल–उधना स्पेशल 15 घंटे की देरी से पहुंची, जबकि 19321 इंदौर–पटना एक्सप्रेस चार घंटे पीछे थी। यात्रा कर रहे प्रदीप नामक एक यात्री ने शिकायत में नौचंदी एक्सप्रेस (14242) में अतिरिक्त बोगी जोड़ने की मांग भी उठाई है।
परीक्षार्थियों ने रेलवे से आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी स्थितियों के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को इस तरह की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।