बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे प्रशांत किशोर ने अपनी जनसुराज पार्टी को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी ‘आशा’ का विलय जनसुराज में कर दिया। इसके बाद सोमवार को प्रशांत किशोर ने पूर्णिया से पूर्व बीजेपी सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।
दिग्गज नेताओं का समर्थन
प्रशांत किशोर पार्टी को मजबूती देने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं को जनसुराज में शामिल कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव और बिहार के पूर्व मंत्री वृषण पटेल जैसे नेता पहले ही जनसुराज का दामन थाम चुके हैं।
असंतोष की आहट
पार्टी के कुछ पुराने नेता प्रशांत किशोर के फैसलों से नाराज हैं। युवा मोर्चा के प्रमुख आनंद मिश्रा ने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है और उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है।
पप्पू सिंह का राजनीतिक सफर
उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह पूर्णिया से दो बार बीजेपी सांसद रह चुके हैं। 2019 में जब जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन हुआ, तो पूर्णिया सीट जेडीयू को दे दी गई, जिसके बाद पप्पू सिंह ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
कोर कमेटी का फैसला
प्रशांत किशोर के अनुसार, जनसुराज की 150 सदस्यों वाली कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से पप्पू सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया है।
पप्पू सिंह का जुड़ाव
पप्पू सिंह कुछ समय से जनसुराज पार्टी के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहे थे। पटना में प्रशांत किशोर का आवास भी पप्पू सिंह का ही है, जहां से पार्टी का संचालन होता है। जनसुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर और पप्पू सिंह के बीच नजदीकी बढ़ी और तब से ही पप्पू सिंह पार्टी के कार्यों में योगदान दे रहे हैं।