सासाराम: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सासाराम में आयोजित रैली में राष्ट्रीय सुरक्षा, सीमा उल्लंघन और अवैध घुसपैठियों के मसलों को प्रमुखता देते हुए विपक्ष पर तीखा प्रहार किया और केंद्र की नीतियों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में ढील रहती थी, जबकि वर्तमान सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।
शाह ने अपने संबोधन में बताते हुए कहा कि उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले के बाद की गई हवाई कार्रवाई जैसी पहलें मोदी सरकार की निर्णायक कार्रवाई का उदाहरण हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि 22 दिनों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कर पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की गई। रैली में उन्होंने पैदल व मौखिक तौर पर भी चेतावनी दी कि अगर आतंकवादी गोली चलाएंगे तो उसके जवाब में गोलाबारी की जाएगी और प्रधानमंत्री मोदी बिहार में रक्षा उद्योग से जुड़ा डिफेंस कॉरिडोर और आर्डनेंस फैक्ट्री स्थापित कराएँगे।
घुसपैठियों के मुद्दे पर शाह ने कुछ विपक्षी नेताओं को निशाने पर रखते हुए आरोप लगाया कि वे अवैध प्रवासियों के पक्ष में रैलियाँ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए स्थानीय युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं, राशन का हिस्सा ले रहे हैं और सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं। शाह ने घोषणा की कि सासाराम की धरती से वे बिहार तथा पूरे देश से अवैध घुसपैठियों को हटाने के काम को आगे बढ़ाएंगे और उनकी राजनीतिक प्राथमिकता स्थानीय युवाओं और मेहनती बहनों के वोट हैं, न कि घुसपैठियों के।
सभा में अमित शाह ने सरकार की नीतियों — सीमाओं की रक्षा, आतंरिक सुरक्षा व स्थानीय रोजगार सृजन — पर जोर देते हुए जनता से भाजपा के समर्थन की अपील की और कहा कि वे भविष्य में भी सुरक्षा से जुड़े कड़े कदम उठाते रहेंगे।