छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आयोजित 39वें चक्रधर समारोह की शुरूआत आज शाम को होने जा रही है। जिसमें फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी की विशेष उपस्थिति ने इस सांस्कृतिक महोत्सव को और भी खास बना दिया है। इस राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव का आगाज शाम 6 बजे शहर के रामलीला मैदान में होगा और इसे प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा विधिवत रूप से शुभारंभ किया जाएगा।

चक्रधर समारोह, जो पिछले 39 वर्षों से एक सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा रहा है। इस बार भी भव्य और विविध कार्यक्रमों के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है। उद्घाटन के दिन के कार्यक्रम में पद्मश्री रामलाल का सम्मान भूपेन्द्र बरेठ और उनकी टीम की कथक प्रस्तुति, मनियर भगत और जशपुर की करमा लोक नृत्य का प्रदर्शन शामिल हैं। इसके अलावा, विशेष आकर्षण के रूप में फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी द्वारा राधा रास बिहारी पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी।

हेमा मालिनी जो आज सुबह रायगढ़ पहुंची जो दोपहर में जिंदल रेस्टहाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि यह उनकी छत्तीसगढ़ की पहली यात्रा नहीं है। वे पहले भी यहां कई बार आ चुकी हैं, विशेषकर जब डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। मालिनी ने कहा 'छत्तीसगढ़ बहुत सुंदर है और यहां की संस्कृति भी बहुत समृद्ध है। यहां आकर हमेशा खुशी मिलती है और यहां के लोगों ने मुझे ढेर सारा प्यार दिया है।'

Raigarh 39th Chakradhar Festival will be held, Hema Malini will give her performance

हेमा मालिनी ने चक्रधर समारोह के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वे पहले भी इस समारोह में अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं।और उनकी दोनों बेटियों ने भी यहां अपने प्रदर्शन किए हैं। पिछले बार यहां दुर्गा की प्रस्तुति की थी। और इस बार हम राधा रास बिहारी पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगे। यह एक शानदार अवसर है और मुझे इस बार भी यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है।

इस भव्य आयोजन की तैयारी पूरी हो चुकी है और यह सुनिश्चित किया गया है कि दर्शकों को एक अविस्मरणीय सांस्कृतिक अनुभव मिले। चक्रधर समारोह जो छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करता है। इस बार भी अपने विविध और रंगीन कार्यक्रमों के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए तैयार है।

लगा नहीं था इतना होगा नाम 
रायगढ़ पहुंची फिल्म अभिनेत्री ने कहा, 'हम पर जितनी भी बायोग्राफी बनी है, उसे आप सभी को पढ़ना चाहिए। मैंने बचपन से सांस्कृतिक नृत्य की शिक्षा ली है। इस दौरान मेरी माता ने मुझे अलग-अलग गुरूओं के पास से नृत्य के अलग-अलग शैली की शिक्षा दिलाई। इस नृत्य की वजह से ही मै फिल्म में आई और फिल्म में आने के बाद मुझे नहीं लगा था कि मैं इतना नाम बना लूंगी।'

कोई बेहतर रोल मिले तो फिल्म भी करूंगी
फिल्म अभिनेत्री ने कहा 'आप लोग जब बुलाते हैं, तब परफॉर्म करती हूं, तब बहुत सारे जनता के साथ मेरा लगाव रहता है। इसलिये मैं इसे जारी रखना चाहती हूं। मैं अभी कोई भी फिल्म नहीं कर रही हूं, पहले बहुत कर चुकी हैं और भी फिल्म करने को तैयार हूं लेकिन कोई बेहतर रोल मिले तब मैं अभी भी फिल्म करूंगी, क्योंकि मैं अभी भी कर सकती हूं और करने के काबिल भी हूं। लेकिन नृत्य के साथ अभी भी जुड़ी हुई हूं। इसके अलावा सांसद बनने भी अवसर उन्हें मिल चुका है।' 

बृज कला संस्कृति बहुत सुंदर
फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा, 'आज के छोटे-छोटे बच्चे बहुत बेहतर डांस करते हैं। लेकिन बृज कला बृज कला संस्कृति जो है वह बहुत सुंदर है। बृज की भाषा और गान के अलावा वहां का नृत्य भी बहुत सुंदर है। इन सब को संभाल कर रखना हमारा कर्तव्य है। इसके लिये हमने मथुरा में बृज कलाक्षेत्र क्षेत्र बनाया है। जिसमे सभी को लगातार ट्रेनिंग दिया जाएगी।' 

सांस्कृतिक कार्यक्रम में हो लोगों की भीड़  
फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा, 'आज आपने मुझे यहां बुलाया है, तो जरूर आज चक्रधर समारोह में जनता की भारी भीड़ होगी। लेकिन कल से चक्रधर समारोह जैसे बड़े आयोजन में जो भी कार्यक्रम आयोजित होगा। उसमें भी उतना ही भीड़ होना चाहिए, तभी पता चलेगा कि हमारी संस्कृति कितना आगे बढ़ रही है।'

आज की फिल्म परिवार साथ देखने लायक नहीं
उन्होंने कहा, 'मै आजकल के फिल्मी गाने को खराब नहीं बोल रही हूं, बहुत अच्छा है, क्योंकि उसमें उस रोल के हिसाब से उनका फरफार्मेस होता है। हमारे समय के फिल्म भी बहुत बढ़िया थे, बहुत ही सिंपल और सुंदर थे, कोई भी परिवार के साथ बैठकर देख सकता है। आज कल फिल्म पूरा परिवार बैठकर नहीं देख सकते। बच्चों को बोलना पड़ता है कि ऐसा फिल्म मत देखो।'