बालोद। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को बालोद जिले के डोंडी विकासखंड स्थित जामडी पाटेश्वर धाम में दिवंगत संत राजयोगी रामजनकी दास महात्यागी को श्रद्धांजलि दी। वे परिवार सहित पहुंचे और मंदिर का भ्रमण कर संत को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों के आशीर्वाद से प्रदेश में नक्सल जैसी समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा रहा है और नक्सल मुद्दा समाप्ति की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री के हालिया दौरे और उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस की प्रतिक्रियाओं पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय किए गए 36 वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ, इसलिए विपक्ष केवल बयानबाजी कर रहा है।

पाटेश्वर धाम के पीठाधीश बाबा बालक दास ने कहा कि मां कौशल्या जी का यह मंदिर स्वयंभू है और धाम की चर्चा प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश और विदेशों तक फैल रही है। उन्होंने कहा कि वैष्णव समाज को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, "मैं संतों के सानिध्य में लंबे समय से रहा हूं। दिल्ली और अपने विधानसभा क्षेत्र में भी महात्मा त्यागी का मार्गदर्शन मिला। आज परिवार सहित यहां आया हूं ताकि मेरे बच्चे भी संतों का आशीर्वाद ले सकें और उनके दिखाए मार्ग पर चलें। संतों के आशीर्वाद से ही छत्तीसगढ़ खुशहाली की ओर बढ़ रहा है।"

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संतों के योगदान और उनके परिवार के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक पारिवारिक आयोजन के समान है और संतों के मार्गदर्शन से प्रदेश का विकास संभव हुआ है।