छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह फैसला बघेल परिवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि परिवार उनकी जमानत की उम्मीद कर रहा था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिवक्ता सौरभ पांडे ने बताया कि जांच के दौरान चैतन्य बघेल की भूमिका शराब घोटाले में सामने आई थी। इसी आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। उनकी पाँच दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद अदालत से 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की गई, जिसे मंजूरी मिल गई। अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी। ईडी का आरोप है कि चैतन्य जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
ईडी ने 18 अगस्त को किया था गिरफ्तार
चैतन्य बघेल को 18 अगस्त को ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसी दिन उनका जन्मदिन भी था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पाँच दिन की रिमांड पर रखा गया और इस दौरान एजेंसी ने उनसे लगातार पूछताछ की। शनिवार को रिमांड अवधि पूरी होने पर उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया।