दिल्ली में क्रिसमस की खुशियों ने राजधानी को रंगीन कर दिया है। जीपीओ, लोधी रोड, साकेत, वसंत कुंज और पुरानी दिल्ली के चर्चों को विशेष सजावट के साथ तैयार किया गया है। रंग-बिरंगी लाइट, झिलमिलाते बल्ब, क्रिसमस ट्री और सितारों ने पूरे इलाके को उत्सव की माहौल में बदल दिया है।

श्रद्धालु प्रार्थना सभाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। जीपीओ चर्च में दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं, वहीं लोधी रोड चर्च में सुबह से ही लंबी कतारें लगी हैं। परिवार के साथ आए लोग मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना कर रहे हैं।

चर्चों के बाहर छोटे-छोटे बाजार भी सज गए हैं, जहां क्रिसमस ट्री, सितारे, मोमबत्तियां और सांता क्लॉज की टोपी जैसी सजावट की चीजें मिल रही हैं। बच्चे सांता क्लॉज की पोशाक पहनकर उत्सव का आनंद ले रहे हैं। कई चर्चों में बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसमें उन्हें उपहार भी दिए गए।

दिल्ली में क्रिसमस अब केवल ईसाई समुदाय तक सीमित नहीं रह गया है। हिंदू, सिख और मुस्लिम परिवार भी चर्च जाकर इस पर्व की खुशियों में शामिल हो रहे हैं। ईसाई समुदाय के एक सदस्य, एके पॉल ने बताया, “क्रिसमस प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश देता है, इसलिए हम हर साल इसे खास तौर पर मनाते हैं।”

सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चर्चों के आसपास पुलिस बल तैनात है और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

इसी बीच, राजधानी में क्रिसमस का जश्न सिर्फ चर्च तक ही सीमित नहीं है। वर्ल्डमार्क एयरोसिटी में ‘अ वेरी लंदन क्रिसमस’ थीम के तहत आयोजन किए गए हैं, जो दिल्लीवासियों को लंदन जैसी फेस्टिव वाइब का अनुभव दे रहे हैं। यहाँ पिकाडिली सर्कस से प्रेरित 25 फीट ऊंचे इंस्टॉलेशन, 16 फीट लंबी डबल-डेकर बस, विक्टोरियन शैली की सजावट, पारंपरिक टेलीफोन बॉक्स और फेयरी लाइट्स से परिसर जगमगा रहा है। लोग यहाँ फोटो खिंचवाने और उत्सव का आनंद लेने में व्यस्त हैं।

क्रिसमस से एक दिन पहले ही दिल्ली की गलियां रोशनी, प्रार्थना और खुशियों से जगमग नजर आ रही हैं, और राजधानी के लोग इस पर्व को बड़े उत्साह के साथ मना रहे हैं।