नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर रविवार शाम इंडिया गेट पर आयोजित प्रदर्शन विवादों में घिर गया। प्रदर्शनकारियों ने न केवल खराब हवा और बढ़ते AQI के खिलाफ विरोध जताया, बल्कि माओवादी कमांडर माडवी हिडमा के समर्थन में नारेबाजी कर लोगों को हैरान कर दिया।
प्रदर्शन के दौरान कई लोगों के हाथ में हिडमा के पोस्टर और तस्वीरें दिखाई दीं। पुलिस ने कहा कि इस तरह की नारेबाजी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि प्रदर्शन का मूल उद्देश्य वायु प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैलाना था।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रदूषण के नाम पर चल रहे यह प्रदर्शन राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित प्रतीत होता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि दिल्ली की हवा पिछले दस वर्षों में कई सुधार देख चुकी है, विशेषकर केंद्र सरकार के कदमों से उत्तर भारत में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है।
मालवीय ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनों में शामिल ये छात्र सक्रिय रूप से माओवादी समर्थक नारे लगा रहे थे और पुलिस पर मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल कर माहौल तनावपूर्ण बना रहे थे। उनका कहना है कि कानून अपना काम करेगा और ऐसे उभरते अर्बन नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 18 नवंबर को हुई मुठभेड़ में हिडमा और उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। हिडमा पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था और उसने करीब 350 लोगों की जान ले रखी थी, जिनमें सेना के जवान भी शामिल थे। इंडिया गेट पर हुए विवादित प्रदर्शन ने राजधानी में सुरक्षा और राजनीतिक सस्पेंस दोनों ही बढ़ा दिए हैं।
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी और वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता फैलाने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन को समर्थन दिया जाएगा।