नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में 20 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार वीरता, सामाजिक सेवा, पर्यावरण, खेल, कला-संस्कृति और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इन बच्चों ने अपने परिवार, समाज और देश का गौरव बढ़ाया है।

राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि यह पुरस्कार देशभर के बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे। उन्होंने वीर बाल दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लगभग 320 साल पहले, 10वें सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी और उनके चार पुत्रों ने सत्य और न्याय के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। उन्होंने विशेष रूप से सबसे छोटे साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की वीरता को याद किया और कहा कि ऐसे बाल नायक देशभक्ति और उच्च आदर्शों का प्रतीक हैं।

पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार है:

बहादुरी में:

  • व्योमा प्रिया (मरणोपरांत)

  • कमलेश कुमार (मरणोपरांत)

  • अजय राज

  • मोहम्मद सिदान पी

खेल में:

  • वैभव सूर्यवंशी

  • ज्योशना साबर

  • डी. दिसिंघु

  • शिवानी होसुरू उप्पारा

  • योगिता मंडावी

  • ज्योति

इनोवेटर और स्कॉलर्स में:

  • रिशिक कुमार

  • श्रवण सिंह

  • अनीश सरकार

  • वी. लक्ष्मी प्रगनिका

  • आइशी प्रिशा बोरा

  • पूजा पाल

  • अर्णव महर्षि

  • एस्तेर लालदुहावमी हनामते

राष्ट्रपति ने अंत में कहा कि किसी राष्ट्र की महानता उसके बच्चों की देशभक्ति और उच्च आदर्शों से ही सुनिश्चित होती है।