बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र के निवासी लकी मखानी (25 वर्ष) की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। लकी पिछले आठ दिनों से लापता था और उसका खून से लथपथ शव मिलने के बाद परिजनों ने दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। लकी अपनी दादी और मां का इकलौता सहारा था।
बदायूं रोड स्थित बीडीए कॉलोनी निवासी उसकी मां ज्योति देवी ने बताया कि उनके पति निहाल चंद्र की चार साल पहले मृत्यु हो गई थी। घर में ज्योति देवी और उनकी 90 वर्षीय सास रहती हैं। उनका इकलौता बेटा लकी मखानी छह साल से नोएडा और दिल्ली में नौकरी कर रहा था। लगभग छह महीने पहले लकी ने नोएडा सेक्टर-62 की एक निजी कंपनी में ज्वाइन किया था।
ज्योति देवी ने बताया कि लकी आखिरी बार सोमवार को साढ़े 11 बजे ऑफिस से छुट्टी लेकर निकला था और उसके बाद घर नहीं लौटा। मंगलवार सुबह 11:35 बजे उनसे फोन पर आखिरी बार बात हुई। इसके पहले रात वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था। दोस्तों के अनुसार, लकी को उन्होंने हाईवे पर छोड़ दिया था। लापता होने की आशंका के बाद ज्योति देवी ने 7 नवंबर को नोएडा सेक्टर-58 थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
परिजनों का कहना है कि लकी या परिवार का किसी से दुश्मनी नहीं थी, लेकिन उन्हें लगता है कि उनकी हत्या किसी रंजिश के चलते की गई है। उन्होंने दिल्ली पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच कर सच सामने लाने की मांग की है। लकी का शव दिल्ली से बरेली लाकर बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।