हिमाचल में तीन दिन भारी बारिश का ऑरेंज-येलो अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 3-4 दिनों के भीतर दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। प्रदेश में मानसून की दस्तक झमाझम बारिश के साथ होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में 28 जून से 2 जुलाई तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। इस दौरान अंधड़ चलने का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। वहीं 28 जून को येलो, जबकि 29 व 30 जून के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। इस अवधि के दौरान औसत न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। वहीं आज सुबह राजधानी शिमला में बादल छाए रहे। दोपहर बाद 3:30 बजे के करीब हल्की बारिश शुरू हुई। इस दौरान रिज व मालरोड पर मौजूद सैलानियों ने सुहावने मौसम का आनंद लिया।

इन जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट
राज्य में कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटों तक गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है। 28 जून से बारिश की  तीव्रता में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग ने बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिले के लिए भारी बारिश के साथ अंधड़ चलने का येलो अलर्ट है। उधर, मंगलवार को  कोटखाई में 17.1, नारकंडा 13.5, नदौन 7.0, सराहन 6.0 और सुंदरनगर में 5.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। 
कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 18.8, सुंदरनगर 23.1, भुंतर 22.7, कल्पा 14.2, धर्मशाला 23.9, ऊना 27.0, नाहन 22.8, पालमपुर 22.0, सोलन 21.0, मनाली 17.6, कांगड़ा 25.6, मंडी 25.5, बिलासपुर 26.6, हमीरपुर 25.5, चंबा 23.9, जुब्बड़हट्टी 22.0, कुफरी 15.9, कुकुमसेरी 8.0, नारकंडा 11.8, रिकांगपिओ 19.0, धौलाकुआं 25.7, समदो 16.5, सराहन 19.5, देहरा गोपीपुर 26.0, ताबो 19.3, मशोबरा 16.2, सैंज 20.8 और बजौरा में 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

 मानसून को लेकर पीडब्ल्यूडी अलर्ट
प्रदेश में मानसून के चलते लोक निर्माण विभाग तैयारियों में जुट गया है। बीते साल प्राकृतिक आपदा से सबक लेते हुए विभाग में इंतजामों को लेकर अधिकारियों की बैठकें हो रही हैं। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को डोजर, जेसीबी और रोबोट सहित अपनी तैयारियां पूरी रखने को कहा है। विभाग को अलर्ट किया गया है। भूस्खलन और आपदा संबंधित शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने को कहा है ताकि सड़कें अवरुद्ध होने की समय रहते जानकारी मिलती रहे।

उन्होंने कहा कि हिमाचल में इन दिनों सड़कों की टारिंग और मेटलिंग का काम चल रहा है।बीते साल प्राकृतिक आपदा के चलते सड़कें खराब हो गई थी। जगह-जगह डंगे गिर गए। उन्हें ठीक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश में सड़कें खराब न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ नरेंद्र पॉल सिंह ने बताया कि बरसात के चलते जोन के चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता को इंतजाम करने को कहा गया है। फील्ड में तैनात इंजीनियरों से लगातार ऑनलाइन बैठकें की जा रही हैं। समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मानसून से निपटने के लिए विभाग ने इंतजाम कर लिए हैं।

कहां कितना अधिकतम तापमान

शहर का नाम अधिकतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में) 
बिलासपुर37.8
चंबा37.5
धर्मशाला32.7
कांगड़ा36.4
हमीरपुर35.6
भुंतर36.6
मंडी34.5
बरठीं35.6
बिलासपुर 37.8
शिमला 25.4
बजौरा35.5
रिकांगपिओ 31.5

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