कठुआ/श्रीनगर: धर्मनगरी में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की नीतियों और ताराकोट-सांझीछत रोपवे परियोजना के विरोध में मंगलवार को श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने जोरदार रैली निकाली। पूर्व मंत्री जुगल किशोर की अध्यक्षता में आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं और समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
रैली की शुरुआत शालीमार पार्क से हुई और यह मुख्य बाजार, श्रीधर चौक, जम्मू मार्ग, एशिया चौक होते हुए श्राइन बोर्ड के कार्यालय तक पहुँची। हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए प्रदर्शनकारियों ने बोर्ड प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और चेतावनी दी कि हिंदू आस्था के साथ कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
समिति ने रोपवे परियोजना के अलावा मेडिकल कॉलेज सहित अन्य मामलों में भी प्रशासन द्वारा आस्था और स्थानीय हितों के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया। समिति नेताओं ने कहा कि यह परियोजना न केवल स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करेगी बल्कि माता के प्राकृतिक मार्ग और आस्था के साथ भी खिलवाड़ करती है।
श्राइन बोर्ड कार्यालय पहुँचकर संघर्ष समिति ने डिप्टी सीईओ और एडिशनल सीईओ को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में रोपवे परियोजना पर तत्काल रोक लगाने और बोर्ड की मनमानी नीतियों को बंद करने की मांग की गई। समिति का आरोप था कि हाई पावर कमेटी ने बातचीत पूरी होने तक निर्माण कार्य रोकने का निर्देश दिया था, लेकिन रातों-रात कार्य शुरू किया जा रहा है।
पूर्व मंत्री जुगल किशोर ने कहा कि आस्था का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने अनदेखी जारी रखी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। रैली में महिला शक्ति, मजदूर दस्तकार यूनियन के राज्य उपप्रधान बंसी लाल, होटल एसोसिएशन के उपप्रधान वीरेंद्र केसर, विश्व हिंदू परिषद के कारण सिंह, भाजपा के प्रभात सिंह और समाजसेवी सोहनलाल सहित अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे।