जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रविवार, 23 नवंबर को जम्मू में एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। शरदकालीन राजधानी में होने वाली इस बैठक में प्रदेश की समग्र सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में दिल्ली में हुए आत्मघाती आतंकी हमले और नौगाम पुलिस स्टेशन के पास हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हैं। बैठक में इन दोनों घटनाओं से जुड़े प्रभावों और जम्मू-कश्मीर में शीतकाल के दौरान कानून-व्यवस्था को मजबूत रखने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
इसी क्रम में, शनिवार को पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने सिद्धड़ा स्थित पुलिस सुरक्षा विंग मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने नवनिर्मित कॉन्फ्रेंस एवं प्रशिक्षण कक्ष का उद्घाटन किया और अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा विंग की मौजूदा गतिविधियों की समीक्षा की। सुरक्षा विंग के आईजी सुजीत कुमार ने संचालन और अन्य कार्यों पर विस्तृत प्रस्तुति भी दी।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह 11 बजे कन्वेंशन सेंटर जम्मू में होने वाली सुरक्षा समीक्षा बैठक में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के मौजूदा हालात, आतंकरोधी अभियानों की प्रगति और हालिया गिरफ्तारियों—विशेषकर ‘व्हाइट कॉलर मॉड्यूल’—के बाद की स्थिति पर भी विचार-विमर्श होगा।
इसके साथ ही, प्रदेश में शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने, आतंकियों के भर्ती नेटवर्क को नष्ट करने और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सक्रिय उग्रवादी तत्वों पर लगाम लगाने से जुड़े मुद्दे भी एजेंडे में रहेंगे।