श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात एक जोरदार विस्फोट हुआ। धमाका तब हुआ जब पुलिस फॉरेंसिक टीम फरीदाबाद से बरामद किए गए विस्फोटक पदार्थों के नमूने ले रही थी। इस हादसे में नौगाम पुलिस स्टेशन का एक हिस्सा और आसपास की इमारतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

9 की मौत, दर्जनों घायल

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस हादसे में कुल 9 लोग मारे गए हैं। इसमें एसआईए का 1 कर्मी, एफएसएल टीम के 3 सदस्य, 2 क्राइम सीन फोटोग्राफर, 2 राजस्व अधिकारी और 1 दर्जी शामिल हैं। इसके अलावा 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और आसपास के 3 नागरिक घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

डीजीपी ने स्पष्ट किया कि यह कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि फॉरेंसिक जांच के दौरान एक आकस्मिक हादसा था। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यवश कल रात लगभग 11.20 बजे अचानक विस्फोट हो गया। इस घटना में कोई आंतकी एंगल नहीं है। यह पूरी तरह एक हादसा था।”

दो दिनों से चल रही थी जांच

डीजीपी नलिन प्रभात ने बताया कि 9 और 10 नवंबर को फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, रसायन और रीजेंट बरामद किए गए थे। इन्हें नौगाम पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रखा गया था। बरामद नमूनों को आगे की फॉरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जाना था। इसी प्रक्रिया के दौरान यह हादसा हुआ।

क्षति और प्रतिक्रिया

विस्फोट के कारण पुलिस स्टेशन की इमारत और आसपास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। डीजीपी ने कहा कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर पुलिस दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है।”